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DESK : तकरीबन साल भर पहले चीन में कोरोना वायरस का जन्म हुआ था. धीरे-धीरे चीन से निकलकर यह जानलेवा वायरस दुनियाभर में फैला और चीन की कारस्तानी की सजा पूरी दुनिया झेल रही है. कोरोना महामारी से अब तक निपटने का रास्ता नहीं मिल पाया है. लगातार दुनिया के कई देशों में कोरोना वैक्सीन के लिए रिसर्च का काम जारी है. कोरोना के बाद अब चीन ने नई कारस्तानी करते हुए नकली सूरज बना डाला है.
दरअसल चीन के वैज्ञानिकों ने कृत्रिम सूरज यानी आर्टिफिशियल सन तैयार करने में सफलता हासिल की है. यह एक ऐसा परमाणु फ्यूजन है जो असली सूरज से कई गुना ज्यादा ऊर्जा देगा. चीन की सरकारी मीडिया ने खुद इसकी जानकारी साझा की है. कृत्रिम सूरज बनाने की कोशिश चीन में कई सालों से चल रही थी और अब यहां के वैज्ञानिकों ने इस में सफलता हासिल कर ली है. इस मामले में चीन ने अमेरिका और जापान जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है.
साल 2006 में चीन के अंदर इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ था और अब वैज्ञानिकों ने इस में सफलता पाई है. वैज्ञानिकों ने जो कृत्रिम सूरज बनाया है उसे HL-2M का नाम दिया गया है. इससे कृत्रिम सूरज को चाइना नेशनल निकोला कॉरपोरेशन के साथ साउथवेस्टर्न इंस्टिट्यूट ऑफ फिजिक्स के वैज्ञानिकों ने मिलकर तैयार किया है. दरअसल कृत्रिम सूरज बनाने के पीछे चीन की सोच यह है कि वह प्रतिकूल मौसम में भी सोलर एनर्जी को हासिल कर सके. अगर कृत्रिम सूरज का प्रकाश असली सूरज की तरह तेज हुआ तो परमाणु फ्यूजन की मदद से तैयार इस सूरज का नियंत्रण भी इसी व्यवस्था के जरिए होगा और लगातार सौर ऊर्जा मिल पाएगी.