PATNA : 25 अक्टूबर को देश के कई हिस्सों में सूर्यग्रहण देखने को मिलेगा। इस सूर्यग्रहण को बिहार के खगोलशास़्त्री और आमलोग देख पाएंगे। बिहार में सूर्यग्रहण शाम 4ः48बजे से 5ः15बजे तक दिखेगा। इसका सूतक काल 12 घंटे पहले से मान्य है। यानी सूतक काल 25 अक्टूबर की सुबह 4ः42 बजे से शुरू हो जाएगा, जो शाम 5ः22 बजे तक रहेगा। इस कारण इस दिन कोई भी पर्व नहीं मनाया जाएगा।
बता दें कि, इस बार 25 अक्टूबर को ग्रस्ताखंड सूर्यग्रहण है। सूर्यास्त तक ग्रहण होने के कारण इसे ग्रस्तास्त सूर्य ग्रहण के नाम से जाना जाता है। सूर्यग्रहण देश के कुछ पूर्वी राज्यों को छोड़कर सभी जगहों पर दिखेगा। यह यूरोप, मध्य पूर्व, अफ्रीका के उत्तर-पूर्वी हिस्सों, पश्चिमी एशिया, उत्तरी अटलांटिक महासागर और उत्तरी हिंद महासागर को कवर करने वाले क्षेत्र में दिखाई देगा। पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों को छोड़कर, भारत के अधिकांश हिस्सों में आपको सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा।
25 अक्टूबर को लगने वाला आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में 1 घंटे 45 मिनट तक चलेगा। यह सूर्यग्रहण गुजरात के द्वारका में सबसे लंबे समय तक और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में सबसे कम समय के लिए केवल 12 मिनट के लिए दिखाई देगा। कुछ शहरों में एक घंटे से अधिक समय तक सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा। वह शहर हैं- नई दिल्ली, मुंबई, पटना, अहमदाबाद, सूरत, पुणे, जयपुर, इंदौर, ठाणे, भोपाल, लुधियाना, आगरा, चंडीगढ़, उज्जैन, मथुरा, पोरबंदर, गांधीनगर, सिलवासा, सूरत और पणजी।
बता दें कि, भारत में अगला सूर्य ग्रहण 2 अगस्त 2027 को दिखाई देगा, जो पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। देश के सभी हिस्सों से वह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में परिलक्षित होगा। अमावस्या को सूर्य ग्रहण तब घटित होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है तथा वे तीनों एक सीध में आ जाते हैं। आंशिक सूर्य ग्रहण तब घटित होता है जब चन्द्र चक्रिका सूर्य चक्रिका को आंशिक रूप से ही ढक पाती है।