ढ़ाई करोड़ का है ये घोड़ा: एक बार में पीता है 50 लीटर दूध, रखरखाव पर महीने में दो लाख का खर्च

ढ़ाई करोड़ का है ये घोड़ा: एक बार में पीता है 50 लीटर दूध, रखरखाव पर महीने में दो लाख का खर्च

PATNA: भारत में मर्सिडीज, ऑडी से लेकर पोर्श और रेंज रोवर जैसी गाड़ियों पर चलने वाले खुद को रसूखदार मानते हों, लेकिन एक घोड़ा उनके ऐसी गाडियों से ज्यादा असरदार औऱ मंहगा है. इस घोड़े की कीमत सुनकर आप चौंक जायेंगे. इस घोड़े की कीमत ढ़ाई करोड़ रूपये तक लगायी जा चुकी है लेकिन मालिक बेचने को तैयार नहीं हैं. चूंकि घोड़ा लक्जरी गाड़ियों से भी ज्यादा मंहगा है इसलिए उसका रखरखाव भी उतना ही मंहगा है. घोड़े पर हर महीने दो लाख रूपये का खर्च आता है. 


राजस्थान के मेले में आया ढ़ाई करोड़ का घोड़ा

दरअसल राजस्थान के श्रीगंगानगर में इन दिनों घोड़ो का मेला चल रहा है. देश भर से घोड़े के शौकीन लोग अपने घोड़ों को लेकर वहां पहुंचे हैं. लेकिन सबसे ज्यादा चर्चे में है काले रंग का घोड़ा हीरा. राजस्थान के पद्मपुर से आया हीरा के मालिक इकबाल सिंह नाम के व्यक्ति हैं. इकबाल सिंह पिछले नौ साल से अपने प्रिय घोड़े हीरा की देखभाल कर रहे हैं. लोगों ने आग्रह किया तो इस दफे श्रीगंगानहर के मेले में उसे लेकर आये हैं. 


क्या है इस घोड़े की खासियत

घोड़े के मालिक इकबाल सिंह बताते हैं कि श्रीगंगानगर में देश के कई जगहों से अच्छे घोड़े आये हैं लेकिन हीरा सबसे अलग है. उसकी ऊंचाई दूसरे घोड़ों से ज्यादा है. अमूमन अच्छे नस्ल के एक घोड़े की ऊंचाई 160 सेंटीमीटर होती है. लेकिन हीरा की ऊंचाई 170 सेंटीमीटर है यानि लगभग पौने दो मीटर. अपनी कद काठी से ही हीरा बाकी घोड़ों से काफी अलग दिखता है. हीरा मारवाड़ी नस्ल का घोड़ा है और इसके पैर काफी मजबूत दिखते है. 


एक बार में पीता है 50 लीटर दूध

इकबाल सिंह बताते हैं कि हीरा नायाब है इसलिए उस पर खर्च भी ज्यादा है. हर महीने हीरा के खान-पान और देखभाल पर लगभग दो लाख रुपए का खर्च आता है. हर रोज उसे घी पिलाया जाता है.  हफ्ते में दो दफे दूध पिलाया जाता है. हीरा एक बार में 50 लीटर गाय का दूध पीता है. इसके अलावा खाने में उसे चना, जौ, दूध और मूंगफली का नीरा दिया जाता है. गर्मी के मौसम में सरसों और सर्दी में तिल का तेल दिया जाता है. इससे उसका डाइजेशन अच्छा रहता है. आंतें चिकनी रहती है और घोड़े की स्किन पर अच्छी चमक आती है।


ढ़ाई करोड़ लग चुका है दाम

घोड़े के मालिक इकबाल सिंह संपन्न हैं औऱ अपने घोड़े से उन्हें काफी प्यार है. इकबाल सिंह कॉटन फैक्ट्री के मालिक हैं और  उसके साथ अच्छी खासी खेती भी करते हैं. लगभग नौ साल पहले हीरा उनके पास आया था. इकबाल सिंह बताते हैं कि  साढ़े तीन साल की उम्र से ही हीरा के खाने-पीने का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. सात साल की उम्र तक तो उसे हर रोज 50 लीटर दूध पिलाया जाता था. उसके बाद अब उसे सप्ताह में दो दफे 50-50 लीटर दूध दिया जाता है. हीरा की कद-काठी और घोड़ों के शौकीन लोग उसे ढाई करोड़ रुपए में खरीदने का ऑफर दे चुके हैं लेकिन इकबाल सिंह उसे बेचने को तैयार नहीं हैं. हीरा की कद काठी को देखते हुए उसके ब्रीड की खूब डिमांड है.  इस घोड़े के अब तक 200 से ज्यादा बच्चे हो चुके हैं और उसके बच्चे भी ज्यादा हाइट वाले हैं.