DESK : केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद अब किसान आंदोलन भी ख़त्म होने के कगार पर है. दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों ने भी अब घर वापसी'की तैयारी शुरू कर दी है. सिंघु-कोंडली बॉर्डर पर पिछले एक साल से डटे किसान अब अपना टेंट समेटना शुरु कर चुके हैं. किसानों का कहना है कि सरकार ने उनकी मांगों को मान लिया है. इसलिए अब वो वापस अपने घर लौट रहे हैं.
इन सब बीच सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक चल रही है. इस बैठक में किसान नेता राकेश टिकैत समेत बड़े नेता मौजूद हैं. इसी बैठक में आंदोलन ख़त्म करने को लेकर फैसला लिया जा सकता है. न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि किसान नेता आंदोलन खत्म करने की तैयारी कर रहे हैं. किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा है कि कृषि कानूनों के खिलाफ सालभर से चल रहा आंदोलन एक निर्णायक क्षण में पहुंच गया है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि किसानों का आंदोलन ख़त्म होने के कगार पर पहुँच गया है.