PATNA : उत्तर बिहार के कुख्यात संतोष झा गैंग के मुख्य सरगना विकास झा उर्फ विकास कालिया को दिल्ली पुलिस बिहार लेकर आई. गुरूवार को शिवहर कोर्ट में पेशी के बाद कुख्यात विकास झा उर्फ कालिया को भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ दिल्ली पुलिस वपस लेकर चली गई. स्कूल संचालक अवधेश झा हत्याकांड मामले में कालिया की कोर्ट में पेशी हुई.
शिवहर के एसपी डॉ. संजय भारती ने बताया कि विकास झा उर्फ विकास कालिया को तिहाड़ जेल से दिल्ली पुलिस कोर्ट में पेशी के लिए लेकर आई थी. कोर्ट में पेशी के बाद उसे वापस दिल्ली लेकर चली गई. 20 जुलाई 2020 को शिवहर जिले के पुरनहिया थाना क्षेत्र के दोस्तिया गांव में हुए स्कूल संचालक अवधेश झा की हत्या के मामले में इसकी पेशी की गई. गौरतलब हो कि बाइक सवार दो अपराधियों ने दोस्तियां के रहने वाले अवधेश झा की गोली मार कर हत्या कर दी थी.
एक अन्य दैनिक अखबार के मुताबिक कालिया को जिले के पुरनहिया थाने में वर्ष 2016 में कुख्यात संतोष झा के चचेरे भाई संजय झा के घर से बरामद एके 56 बरामदगी से संबंधित कांड संख्या 49/16 में एसीजेएम द्वितीय के न्यायालय में पेश किया गया. इसके अलावा स्कूल संचालक अवधेश झा हत्याकांड में भी एडीजे तृतीय के न्यायालय में पेश किया गया.
स्कूल संचालक अवधेश झा की हत्या मामले में पुलिस को पता चला कि तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात कालिया भी इसमें शामिल है. मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को कालिया को कोर्ट में उपस्थापित कराने का निर्देश दिया था. इसी को लेकर कालिया की पेशी हुई. इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे.
डीएसपी संजय पांडेय के नेतृत्व में कालिया को भारी सुरक्षा व्यवस्था और वाहनों के काफिले के साथ ब्लू रंग की कैदी वैन में लाया गया था. कोर्ट के अंदर उसे उतारा गया. इसके बाद पुलिस उसे सीधे पेशी के लिए ले गई. हरे रंग की टी-शर्ट और ब्लू पैंट में वह था. इस दौरान कोर्ट परिसर में आमलोगों के प्रवेश पर रोक थी. कोर्ट में प्रवेश के लिए मेटल डिटेक्टर की व्यवस्था की गई थी.
आपको बता दें कि उत्तर बिहार के आतंक संतोष झा गिरोह का शार्प शुटर रहा कालिया मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी के बथनाहा थाने का बथनाहा पूर्वी पंचायत का रहने वाला है. इसके ऊपर बथनाहा गांव के ही अंडा व्यवसायी सुरेश महतो की हत्या, बाजपट्टी के मसहा में संवेदक अनुपम की हत्या और लगमा में सुपरवाइजर की हत्या समेत अपहरण, आर्म्स एक्ट और रंगदारी के दर्जनों मामले दर्ज हैं.
सीतामढ़ी, दरभंगा, भागलपुर व गोपालगंज के अलावा शिवहर में भी कई संगीन मामले दर्ज हैं. कालिया सीतामढ़ी और भागलपुर से पुलिस की हिरासत से फरार हो चुका है. वर्तमान में वह तिहार तेज में बंद है. ठीकेदार हत्याकांड की तफ्तीश के दौरान पुलिस ने साल 2013 में 18 अगस्त को विकास झा उर्फ कालिया को उसके एक सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया था. तब से वह जेल में बंद था. लेकिन कोर्ट में पेशी के दौरान कोर्ट परिसर से 3 फरवरी, 2014 को हथकड़ी के साथ कालिया फरार हो गया था. फिर बाद में इसकी गिरफ्तारी हुई. अभी फिलहाल विकास झा उर्फ विकास कालिया दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है.