DARBHANGA : जिले में दिनदहाड़े 10 करोड़ रुपये के सोना लूटकांड मामले में बिहार पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. सोना लूटकांड मामले में 24 घंटा बाद भी एसटीएफ के हाथ सफलता नहीं मिली है. पुलिस अब भी अंधेरे में तीर चला रही है. नगर थाना क्षेत्र के बड़ा बाजार में बुधवार को अलंकार ज्वेलर्स में हुई 10 करोड़ की सोना और कैश की लूट की बड़ी वारदात की जांच जारी है. पटना से एसटीएफ और सीआईडी की टीम घटना की जांच करने पहुंची.
दरभंगा आईजी अजिताभ कुमार के नेतृत्व में कई एजेंसियों की टीमें जांच में लगी हैं. गुरुवार को सीआईडी के डीआईजी रत्न मणि संजीव दरभंगा पहुंचे और घटनास्थल पर जांच- पड़ताल की. वहीं इस घटना के बाद स्वर्णकार संघ काफी दहशत में है और इनलोगों अपनी सुरक्षा के लिए गन लाइसेंस देने की पुलिस से मांग की है.
सीआईडी के डीआईजी रत्न मणि संजीव ने कहा कि इस बड़े लूट कांड की जांच कई एजेंसियां एक साथ मिलकर कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वे लोग अपराधियों के काफी करीब पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा कि गुरुवार की देर रात तक लूट कांड के लाइनर का पता लग सकता है. उन्होंने कहा कि इस बड़ी वारदात का खुलासा कभी भी हो सकता है, बशर्ते कि जो अपराधी इस कांड में संलिप्त हैं, वे पकड़ में आ जाएं.
डीआईजी ने कहा कि इस घटना में काफी दिनों से दुकान की रेकी की जा रही थी. अपराध का लाइनर कोई करीबी व्यक्ति होगा, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस घटना में बाहर का कोई गिरोह शामिल होगा, इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता है.
उधर, पीड़ित दुकानदार सुनील कुमार लाठ ने कहा कि पुलिस की कई टीमें मामले की जांच कर रही हैं. उन्हें उम्मीद है कि अगले 36 घंटों के भीतर इस मामले का खुलासा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल व्यवसायी खौफ में जी रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे लोग बैठक कर इस बात की समीक्षा करेंगे कि उन्हें किस तरह की सुरक्षा चाहिए. सुनील लाठ ने कहा कि लूट में कितने की संपत्ति गई है, इसका अभी आकलन नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि अपराधी बिल्कुल लूट के उद्देश्य से ही आए थे.
वहीं दूसरी ओर जिला स्वर्ण व्यवसायी संघ के सचिव शत्रुघ्न प्रसाद स्वर्णकार ने कहा कि लूट की इस बड़ी घटना के बाद व्यवसायी दहशत में हैं. उन्होंने कहा कि बड़ा बाजार जैसी व्यस्त जगह पर अगर लूट की इतनी बड़ी वारदात हो सकती है तो आम लोग कितने सुरक्षित हैं, ये समझा जा सकता है. उन्होंने कहा कि वे प्रशासन से अपनी सुरक्षा के लिए बंदूक के लाइसेंस की मांग करेंगे.
उन्होंने कहा कि 2 साल पहले लहेरियासराय के एक व्यवसायी से लूट हुई थी, जिसका अब तक खुलासा नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर को वे लोग बैठक कर निर्णय लेंगे कि आगे इस घटना का विरोध कैसे करना है. उन्होंने कहा कि फिलहाल वे लोग अपनी दुकान खोलने में भी डर रहे हैं कि दुकान खोलते ही वारदात न हो जाए.