DESK : कोरोना काल में संक्रमण के डर ने सेक्स के अवैध धंधे को चौपट कर रखा है लेकिन इस काले कारोबार में शामिल शातिरों ने रैकेट चलाने के लिए तरह-तरह का तिकड़म लगा रखा है। कोरोना संक्रमण के बीच सेफ सेक्स सर्विस देने का वादा करने वाले एक ऐसे ही गिरोह को पुलिस ने धर दबोचा है। इस गिरोह की 5 कॉल गर्ल समेत 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
दरअसल छत्तीसगढ़ की राजधानी बिलासपुर में एक ऐसे ही सेक्स रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस सेक्स रैकेट को बेहद हाईप्रोफाइल तरीके से चलाया जा रहा था। पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो कोरोना संक्रमण से सेफ रखने की गारंटी देते हुए क्लाइंट को सर्विस दे रहा है। पुलिस ने इस गिरोह पर शिकंजा कसने के लिए जाल बिछाया और आखिरकार उसे सफलता मिल गई। बिलासपुर पुलिस ने सिविल लाइन थाना इलाके में छापेमारी कर इस गिरोह का भंडाफोड़ किया है। उसलापुर के हीरा विहार कॉलोनी में किराए का एक मकान लेकर यह सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था। इसका संचालन एक दंपत्ति कर रहे थे और यह दिल्ली, मध्यप्रदेश, कोलकाता और उत्तर प्रदेश से के साथ-साथ अन्य राज्यों से लड़कियां लाकर अपने ग्राहकों को सर्विस देते थे।
यह दंपत्ति लंबे समय से सेक्स रैकेट चला रहे थे लेकिन कोरोना काल के बीच इनका धंधा मंदा हो गया। आखिरकार इन्होंने संक्रमण के बीच धंधा चलाए रखने के लिए तरकीब निकाली। अपने ग्राहकों को इस बात का भरोसा दिया कि उनके यहां से अगर सर्विस ली गई तो यह बिल्कुल संक्रमण मुक्त होगा। इसके लिए बजाप्ता कोरोना सेफ्टी के तमाम इंतजाम किए गए। ग्राहकों को व्हाट्सएप पर कॉल गर्ल्स की फोटो भेजी जाती थी और फिर कोरोना सेफ्टी चार्ज के तौर पर एक से दो हजार एक्स्ट्रा भी लिए जाते थे। बिलासपुर में इस तरह के हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का खुलासा पहले भी हो चुका है लेकिन कोरोना काल में जो नई टेक्निक का इस्तेमाल इन धन्धेबाज़ों ने किया वह बेहद चौंकाने वाला है। सिविल लाइन थाना के प्रभारी सुरेंद्र स्वर्णकार के मुताबिक के पिछले डेढ़ महीने से कोरोना काल में भी यहां जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा था। पुलिस ने यहां पांच लड़कियों के साथ दो संचालकों को गिरफ्तार किया है।