Bihar News: रियल स्टेट हॉटस्पॉट बनकर उभर रहे बिहार के ये शहर, समय रहते निवेश करने वालों को भविष्य में भरपूर लाभ Bihar News: साइबर क्राइम की जांच पड़ गई उलटी, पुलिस ने ही छात्रा की पहचान को कर दिया उजागर Online Betting Case: युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को ED का समन, पूछताछ के लिए दफ्तर बुलाया Online Betting Case: युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को ED का समन, पूछताछ के लिए दफ्तर बुलाया ANANT SINGH : अनंत के लिए ललन सिंह ने भरी हुंकार,मोकामा में एनडीए सम्मेलन में छोटे सरकार का जलवा ; पोस्टर से भी आउट हुए नीरज Bihar Crime News: बिहार में शातिर चोरों की करतूत, बाइक की डिक्की से उड़ाए 2.75 लाख; CCTV में कैद हुई वारदात Bihar News: बिहार में विकास की हकीकत! घुटने भर पानी में पुलिस; लॉकअप से लेकर वायरलेस रूम तक जलजमाव BIHAR NEWS : बेगूसराय होमगार्ड झड़प: बड़ी बलिया कैंपस में दो गुट भिड़े, दर्जनभर घायल, एंबुलेंस पर भी हमला Bihar Politics: अनंत सिंह को लेकर आज होगा बड़ा फैसला, NDA के कार्यक्रम में मिलेंगे नए संकेत; इन्हें लग सकता है झटका Bihar News: पूर्णिया को मिली बड़ी सौगात, इस रुट से शुरु हुई नई वंदे भारत एक्सप्रेस, जानें... कहां-कहां होगा ठहराव?
1st Bihar Published by: Updated Mon, 29 Nov 2021 04:55:16 PM IST
- फ़ोटो
DESK: 15 महीने पहले कोरोना से संक्रमित दो मरीजों की मौत के बाद आज मर्च्युरी से दोनों का शव मिला है। बेंगलुरू के ESI हॉस्पिटल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बताया जाता है कि जुलाई 2020 में कोरोना की पहली लहर में संक्रमित होने के बाद दोनों को राजाजीनगर स्थित ईएसआई हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गयी थी।
मौत के 15 महीने बाद दोनों का शव मिलने से लोग भी हैरान हैं। दोनों शव का पता तब चला जब अस्पताल का सफाईकर्मी मुर्दाघर की सफाई कर रहा था। तभी मर्च्यूरी के कोल्ड स्टोरेज में रखे शवों पर उसकी नजर गयी। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन को इसकी जानकारी दी गयी। मामला सामने आने के बाद अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों की इस लापरवाही के खिलाफ लोगों में रोष व्याप्त है।
मामला सामने आने के बाद राजाजीनगर पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी। मृतकों के परिजनों का पता लगाने में पुलिस जुटी है। शव में लगे टैग की मदद से एक मृतक की पहचान चामराजपेट निवासी 40 वर्षीय दुर्गा और दूसरे की पहचान केपी अग्रहारा निवासी 35 वर्षीय मुनिराजू के रूप में हुई है। दुर्गा के पति की मौत हो चुकी है वही परिवार के अन्य सदस्यों ने शव लेने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
वही मुनिराजू के परिजनों का पता नहीं चल पाया है। बताया जाता है कि जुलाई 2020 में दोनों कोरोना संक्रमित हुए थे जिसके बाद ईएसआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तभी इलाज के दौरान ही दोनों की मौत हो गई थी और आज 15 महीने बाद मुर्दाघर की सफाई के दौरान दोनों शव बरामद किया गया। फिलहाल दोनों शव को अंतिम संस्कार के लिए BBMP को सौंपा गया है।
बताया जाता है कि ईएसआई हॉस्पिटल के पुराने मर्च्यूरी में छह कोल्ड स्टोरेज हैं जहां लाशों को रखा जाता है। कोरोना की पहली लहर के दौरान शवों को मुर्दाघर में रखने में काफी परेशानी हो रही थी। जिसके कारण सरकार ने नया मर्च्यूरी बनाया जिसका उद्घाटन 2020 दिसंबर को किया गया था। नए मुर्दाघर में काम शुरू होने के बाद दोनों लाश पुराने मुर्दाघर के फ्रीजर में रह गया। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही इसमें साफ नजर आ रही है। 15 महीनों तक लाश को क्यों नहीं खोजा गया। अस्पताल प्रशासन की इस लापरवाही से लोगों में रोष व्याप्त है।