ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: रिसेप्शन पार्टी में घुसकर शराबियों का हंगामा, दुल्हन समेत 6 को पीटा Bihar News: पहली पत्नी के रहते बिहार पुलिस चालक ने की दूसरी शादी, दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज Bihar Assembly Election 2025: बिहार चुनाव 2025 से पहले NDA घटक दलों की सियासी हलचल तेज, चिराग और कुशवाहा करेंगे शक्ति प्रदर्शन Bihar Crime News: भरी पंचायत में बेटे ने पिता को उतारा मौत के घाट, छापेमारी जारी Bihar News: बिहार में यहां खुलेगा भारत का चौथा शेर प्रजनन केंद्र, वन विभाग ने शुरू की तैयारी Bihar Crime News: बाढ़ में गैंगवार, 20 राउंड फायरिंग में 2 को लगी गोली Road Accident: मक्का लोड पिकअप दुर्घटनाग्रस्त, 5 की मौत; 20 घायल Patna Metro: पटना मेट्रो में बिना पढ़े-लिखे लोग भी कर सकेंगे सफर, जानें... क्या है खास सुविधा जो बनाएगी यात्रा आसान NEET UG 2025: नीट यूजी 2025 की काउंसिलिंग शुरू, बिहार में MBBS की 1490 और BDS की 140 सीटें उपलब्ध Bihar News: नहाने गए 7 वर्षीय मासूम पर मगरमच्छ का हमला, मौत

कोरोना से ज्यादा खतरनाक CAA-NRC, विरोध में धरने पर डटी महिलाएं

1st Bihar Published by: tahsin Updated Sat, 14 Mar 2020 09:02:25 PM IST

कोरोना से ज्यादा खतरनाक CAA-NRC, विरोध में धरने पर डटी महिलाएं

- फ़ोटो

PURNIA : कोरोना का खौफ देश हीं नहीं पूरी दुनिया को सता रहा है। लेकिन पूर्णिया में सीएए-एनआरसी के खिलाफ बैठी महिलाओं को इस बीमारी का कोई खौफ नहीं दिख रहा। विरोध में बैठी महिलाओं ने यहां तक कह दिया कि कोरोना से ज्यादा खतरा तो हमें सीएए-एनआरसी से है।


जिले के रेणु पार्क में पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से नागरिकता संशोधन कानून( सीएए) के विरोध में बैठी महिलाओं को कोरोना का कोई डर नहीं दिख रहा है। यहां तक कोरोना के लिए सरकार ने सर्कुलर जारी कर दिया है।पार्कों में ताले लटक गये हैं, सार्वजनिक तौर पर भीड़ नहीं जुटाने का निर्देश जारी किया गया है। बिहार के लगभग सभी जिलों से धारा 144 लागू करने का आदेश जारी किया जा रहा है बावजूद  इसके महिलाएं टस से मस नहीं हो रहीं। उनका कहना है कि सीएए काला कानून है। ये किसी भी कीमत को सरकार को वापस लेना होगा।


धरना पर बैठी महिलाओं का कहना है कि चाहे आंधी आए या तूफान हम इस कानून के विरोध में धरना पर जमे रहेंगे । वहीं धरना प्रदर्शन करने वालों से जब पूछा कि सरकार ने कोरोना को लेकर आदेश जारी किया है फिर भी वो आंदोलन कर रहे हैं तो उनका कहना है कि कोरोना से ज्यादा खतरनाक है हमारे लिए सीएए है । इसलिए जब सरकार हमारी नहीं सुन रही है तो हम उनकी क्यों सुनें ।