ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Government : बिहार सरकार का डिजिटल एक्शन, साइबर फ्रॉड पर सख्ती; जेल से लेकर सोशल मीडिया तक निगरानी Hajipur Chhapra Route : छपरा-हाजीपुर मार्ग पर भारी वाहनों पर रोक, इस रास्ते से गुजरेंगे छोटे वाहन कोडरमा स्टेशन पर GRP की बड़ी कार्रवाई, 40 लाख कैश के साथ बिहार का युवक गिरफ्तार Lalu Yadav : 'किसी हाल में राबड़ी आवास खाली नहीं करेंगे...', बोले प्रदेश अध्यक्ष - 20 साल में क्यों नहीं किया ऐसा काम; सरकार के नोटिस पर भड़की पार्टी D.El.Ed Entrance Exam 2025 : डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2025 का रिजल्ट घोषित, इतने स्टूडेंट को मिली सफलता; इस दिन से शुरू होगा एडमिशन Bihar News : पति के अवैध संबंध का विरोध किया तो रचा ली दूसरी शादी, पत्नी को ससुराल ने घर से निकाला education department inquiry : समस्तीपुर में शिक्षक पर छात्र को पीटने का आरोप, स्टूडेंट का हाथ टूटा; मचा बवाल road accident in patna : तेज रफ्तार हाइवा ने ली एक की जान, चार गंभीर; सुबह-सुबह फोरलेन पर मचा हड़कंप Bihar News: बाबर का कोई भी 'औलाद' बाबरी मस्जिद नहीं बना सकता...बिहार के डिप्टी CM विजय सिन्हा का खुला ऐलान... Darbhanga AIIMS : दरभंगा एम्स में कब से शुरू होगी पढ़ाई, निर्माण में लगेगा कितना वक्त; निदेशक ने दी पूरी जानकारी

हम कोरोना से लड़ते रहे और महंगाई जानलेवा स्तर तक जा पहुंची, जीवन सस्ता और सबकुछ महंगा हो गया

1st Bihar Published by: Updated Tue, 15 Jun 2021 07:30:00 AM IST

हम कोरोना से लड़ते रहे और महंगाई जानलेवा स्तर तक जा पहुंची, जीवन सस्ता और सबकुछ महंगा हो गया

- फ़ोटो

PATNA : कोरोना की पहली लहर हो या फिर दूसरी, हम जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में जुटे रहे लेकिन कमरतोड़ महंगाई जानलेवा स्तर तक जा पहुंची। केंद्र सरकार की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक मई महीने में थोक महंगाई दर 12.94 फीसदी पर पहुंच गई। अप्रैल में यही दर 10.49 फीसदी थी। खाद्य उत्पादों की कीमत बढ़ने से खुदरा महंगाई भी उछलकर पिछले 6 महीने के उच्चतम स्तर 6.3% पर पहुंच गई। एक्सपर्ट के मुताबिक ईंधन की बढ़ती कीमतों के साथ राज्यों में पाबंदियां भी इसके पीछे बड़ी वजह है।


देश के अंदर थोक मूल्य महंगाई दर में लगातार पांचवें महीने बढ़त देखी जा रही है। वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि महंगाई में तेजी की मुख्य वजह पेट्रोल, डीजल, नेफ्था, फर्नेस ऑयल आदि पेट्रोलियम उत्पादों और विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले ज्यादा वृद्धि है। ईंधन और बिजली की मुद्रास्फीति 37.61 प्रतिशत रही जो अप्रैल में 20.94 फीसदी थी। विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति मई में 10.83% रही, जो पिछले माह 9.01 फीसदी थी। खाने-पीने की चीजों की थोक महंगाई दर मई में मामूली कम होकर 4.31% पर आ गई लेकिन प्याज महंगा हुआ है। 


राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने खुदरा महंगाई के जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके अनुसार-खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर मई में 5.01 प्रतिशत रही। यह पिछले महीने के 1.96 प्रतिशत से कहीं अधिक है। यह महंगाई दर रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर है। केंद्र सरकार ने आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति 2% घट-बढ़ के साथ 4% पर बरकरार रखने की जिम्मेदारी दी हुई है लेकिन मई में यह 6.3% दर्ज की गई। विशेषज्ञों के मुताबिक महंगाई में तेजी सप्लाई की दिशा में आ रही मुश्किलों और लॉजिस्टिक्स की रुकावट की वजह से देखने को मिली है। केयर रेटिंग की रिपोर्ट में कहा गया है कि मई में प्याज के दाम 23.2% बढ़ गए। राज्यों में पाबंदी सबसे बड़ी वजह है। आलू-सब्जियों की पैदावार बढ़ने से दाम कम हुए।