ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR CRIME: स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड का खुलासा, पति-पत्नी और साली गिरफ्तार, अवैध संबंध बना घटना का कारण BIHAR CRIME: बीवी ने आशिक के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या, 20 लाख कैश और जमीन की लालच में रच दिया खौफनाक साजिश Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना फरहदा में कौशल युवा प्रोग्राम प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम, समाजसेवी अजय सिंह ने युवाओं को दिखाई सफलता की राह Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने से 4 ग्रामीणों की मौत, आधा दर्जन लोग घायल, मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा

हम कोरोना से लड़ते रहे और महंगाई जानलेवा स्तर तक जा पहुंची, जीवन सस्ता और सबकुछ महंगा हो गया

1st Bihar Published by: Updated Tue, 15 Jun 2021 07:30:00 AM IST

हम कोरोना से लड़ते रहे और महंगाई जानलेवा स्तर तक जा पहुंची, जीवन सस्ता और सबकुछ महंगा हो गया

- फ़ोटो

PATNA : कोरोना की पहली लहर हो या फिर दूसरी, हम जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में जुटे रहे लेकिन कमरतोड़ महंगाई जानलेवा स्तर तक जा पहुंची। केंद्र सरकार की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक मई महीने में थोक महंगाई दर 12.94 फीसदी पर पहुंच गई। अप्रैल में यही दर 10.49 फीसदी थी। खाद्य उत्पादों की कीमत बढ़ने से खुदरा महंगाई भी उछलकर पिछले 6 महीने के उच्चतम स्तर 6.3% पर पहुंच गई। एक्सपर्ट के मुताबिक ईंधन की बढ़ती कीमतों के साथ राज्यों में पाबंदियां भी इसके पीछे बड़ी वजह है।


देश के अंदर थोक मूल्य महंगाई दर में लगातार पांचवें महीने बढ़त देखी जा रही है। वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि महंगाई में तेजी की मुख्य वजह पेट्रोल, डीजल, नेफ्था, फर्नेस ऑयल आदि पेट्रोलियम उत्पादों और विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले ज्यादा वृद्धि है। ईंधन और बिजली की मुद्रास्फीति 37.61 प्रतिशत रही जो अप्रैल में 20.94 फीसदी थी। विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति मई में 10.83% रही, जो पिछले माह 9.01 फीसदी थी। खाने-पीने की चीजों की थोक महंगाई दर मई में मामूली कम होकर 4.31% पर आ गई लेकिन प्याज महंगा हुआ है। 


राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने खुदरा महंगाई के जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके अनुसार-खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर मई में 5.01 प्रतिशत रही। यह पिछले महीने के 1.96 प्रतिशत से कहीं अधिक है। यह महंगाई दर रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर है। केंद्र सरकार ने आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति 2% घट-बढ़ के साथ 4% पर बरकरार रखने की जिम्मेदारी दी हुई है लेकिन मई में यह 6.3% दर्ज की गई। विशेषज्ञों के मुताबिक महंगाई में तेजी सप्लाई की दिशा में आ रही मुश्किलों और लॉजिस्टिक्स की रुकावट की वजह से देखने को मिली है। केयर रेटिंग की रिपोर्ट में कहा गया है कि मई में प्याज के दाम 23.2% बढ़ गए। राज्यों में पाबंदी सबसे बड़ी वजह है। आलू-सब्जियों की पैदावार बढ़ने से दाम कम हुए।