PATNA : बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले को लेकर डीजीपी भट्टी एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। डीजीपी इस मामले में किसी भी तरह कोई भी कड़ी छोड़ना नहीं चाहते हैं। यही वजह है कि इसको लेकर एसआईटी का गठन कर दिया गया है। सबसे बड़ी बात है कि इस एसआईटी में राज्य के काबिल अफसरों की तैनाती की गई है।
दरअसल, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लिक मामले में जो एसआईटी टीम का गठन किया गया है उसमें आईपीएस मानवजीत सिंह ढिल्लो और सुशील कुमार नाम मुख्य रूप से शामिल है। आर्थिक अपराध इकाई की एसआईटी टीम में 2 तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी, 6 डीएसपी, 13 इंस्पेक्टर, 2 अवर निरीक्षक शामिल है। इस एसआईटी के गठन के बाद अब सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले का सच सामने आने की उम्मीद है। इस परीक्षा में अब तक 22 जिलों में 74 एफआईआर दर्ज हुई थी।
वहीं, अबतक इस परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले सॉल्वर गैंग के मेंबर्स समेत 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जिनके पास से पुलिस वे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, ब्लू टूथ और कई लैपटॉप और जैमर तक बरामद किए थे। सबसे ज्यादा भोजपुर में 10, भागलपुर में नौ, नालंदा में सात, नवादा में छह, सहरसा में पांच, पटना व लखीसराय में चार, रोहतास, मुंगेर व मधेपुरा में तीन-तीन, जहानाबाद व जमुई में दो-दो, अरवल, मोतिहारी, औरंगाबाद, बेगूसराय व शेखपुरा में एक-एक और सहरसा में पांच FIR दर्ज की गई हैं।
आपको बताते चलें कि, एक अक्टूबर को राज्य के तमाम जिलों के सेंटर्स पर परीक्षा का आयोजन हुआ था। लेकिन परीक्षा से पहले ही पेपर आउट होने के मामले आने के बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। साथ ही 7 और 15 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा भी अगले आदेश तक कैंसिल कर दी गई थी। राज्य में इसको लेकर 21 हजार से ज्यादा पदों पर परीक्षा होनी थी।