CMPF घोटाले में झारखंड समेत कई राज्यों में CBI की रेड, कई राज आए सामने

CMPF घोटाले में झारखंड समेत कई राज्यों में CBI की रेड, कई राज आए सामने

RANCHI : सीबीआइ (एसीबी) रांची ने 1.75 करोड़ रुपये के कोल माइंस प्रोविडेंट फंड आर्गेनाइजेशन (सीएमपीएफ) घोटाले में झारखंड,  बिहार, उत्तर प्रदेश, ओड़िशा और महाराष्ट्र के कुल 27 ठिकानों पर छापा मारा है। सीबीआई को इस घोटाले से जुड़े कई दस्तावेज के साथ कई अन्य प्रकार की गड़बड़ी से जुड़े कागजात भी मिले हैं। हाल के दिनों में यह रेड रांची सीबीआई के द्वारा सबसे बड़ी रेड है। 


दरअसल, 17 जनवरी को सीएमपीएफ घोटाले को लेकर सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिमसें सीएमपीएफ पर आरोप लगाया गया था कि, इसके कर्मचारी, बैंक के कर्मचारी और कुछ बाहरी लोगों के साथ मिल कर फर्जी अकाउंट बनाते हैं और पैसा ट्रांसफर कराते है। इस घोटाले में इंडियन ओवरसीज बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, कैनरा बैंक, यूको बैंक के कुछ कर्मचारियों पर भी संदेह किया गया था। जिसके बाद अब सीबीआई ने यह रेड मारी है। जिसमें टीम को इस घोटाले का अहम सुराग हाथ आया है। 


मिली जानकारी के अनुसार, सीबीआइ ने मंगलवार को रांची में 18 जगहों ( बरियातू, हेहल, पिस्का,इटकी,मेसरा, कोकर रोड सहित अन्य स्थानों पर) पर छापामारी की है। वहीं रामगढ़ में तीन, नागपुर में एक, भुवनेश्वर में एक, उत्तर प्रदेश में एक ठिकानों के अलावा बिहार में भागलपुर,आरा और सीवान के एक-एक ठिकानों पर छापा मारा है। सीबीआइ ने इस प्राथमिकी में 26 लोगों को अभियुक्त बनाया है। साथ ही सभी अभियुक्तों के ठिकानों को छापेमारी के दायरे में शामिल किया है। 


आपको बताते चलें कि, सीबीआइ की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने 1.75 करोड़ रुपये के प्रोविडेंट फंड घोटाले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। घोटाले का आरोप कोल माइंस प्रोविडेंट फंड आर्गेनाइजेशन (सीएमपीएफओ) के रिजनल ऑफिस रीजन-1 रांची के 6 अधिकारी-कर्मी व तीन निजी व्यक्ति पर लगाया गया है। इन पर गलत तरीके से फर्जी दस्तावेज के आधार पर सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के 38 पूर्व कर्मियों के प्रोविडेंट फंड के 1.75 करोड़ रुपये की निकासी का आरोप है।