PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को लॉकडाउन खत्म होने के बाद साथ में बिहार की हालत देखने चलने का न्योता दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना से उत्पन्न स्थिति के नियंत्रण में आने के बाद वे लोग का हाल और सरकार का काम देखने खुद निकलेंगे. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव चाहें तो साथ में चल सकते हैं.
तेजस्वी के हमले के बाद नीतीश का ऑफर
दरअसल कोरोना संकट के डेढ़ महीने बीतने के बाद आज नीतीश कुमार ने बिहार के सियासी दलों के नेताओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की. वीडियो कांफ्रेंसिंग में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, डिप्टी सीएम सुशील मोदी के साथ साथ तेजस्वी यादव, अब्दुल बारी सिद्दीकी, कांग्रेस के सदानंद सिंह, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, माले के महबूब आलम जैसे नेता जुड़े थे. सब ने बारी बारी से अपनी राय रखी.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकार को सिर्फ घोषणा ही नहीं करना चाहिये बल्कि ये भी देखना चाहिये कि जमीनी स्तर पर काम क्या हो रहा है. तेजस्वी ने कहा कि चारो ओर से शिकायतें आ रही हैं. गरीबों की सुनने वाला कोई नहीं है. लेकिन घोषणायें बड़ी बड़ी हो रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री को ये भी देखना चाहिये कि जमीनी स्तर पर कितना काम हो रहा है. सरकार का काम सिर्फ घोषणा करना नहीं होना चाहिये.
मुख्यमंत्री बोले- हालत संभलते ही दौरे पर निकलूंगा
वीडियो कांफ्रेंसिंग में सारे नेताओं के बोलने के बाद आखिरी भाषण नीतीश कुमार का हुआ. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सिर्फ घोषणा ही नहीं करते हैं बल्कि खुद जाकर ये देखते भी हैं कि उस पर अमल हो रहा है या नहीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से उत्पन्न स्थिति के नियंत्रण में आने के बाद वे फिर से बिहार दौरे पर निकलेंगे और खुद देखेंगे कि हालात क्या है. नीतीश कुमार बोले “मैं तो अक्सर लोगों के बीच जाकर सरकार के कामकाज को खुद देखता रहा हूं. इस बार फिर लोगों के बीच जाऊंगा. नेता प्रतिपक्ष चाहें तो मेरे साथ चल सकते हैं.”
तेजस्वी नहीं दे पाये अपना जवाब
मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान दूसरे तमाम नेताओं के ऑडियो बंद कर दिये गये थे. लिहाजा तेजस्वी यादव ने क्या जवाब दिया ये लोग सुन नहीं पाये. कुछ देर में ही नीतीश कुमार का भाषण समाप्त भी हो गया और वीडियो कांफ्रेंसिंग भी बंद कर दी गयी.