SAMASTIPUR: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज समस्तीपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीन नगर प्रखंड में बाढ़ राहत शिविर का भी जायजा लिया। मोहिउद्दीन नगर प्रखंड स्थित जे.टी.ए. कॉलेज और टाउन हॉल, बलुआही में बनाए गये बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण करने के बाद आई.आई.टी. कॉलेज में बनाए गये पशु राहत शिविर का भी जायजा लिया।
जे.टी.ए. कॉलेज एवं टाउन हॉल, बलुआही में बने बाढ़ राहत शिविर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कोविड-19 वैक्सीनेशन केंद्र, बाढ़ प्रभावित गर्भवती महिलाओं का आश्रय स्थल, रसोई घर, भोजन मेनू, सफाई समिति, भोजनालय समिति, कोविड-19 जांच सेंटर, बाल विकास परियोजना मोहिउद्दीन नगर द्वारा प्रभावित परिवारों के बच्चों को पढ़ने हेतु विशेष पाठशाला की सुविधा, समुदायिक रसोई सहित बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत शिविर में दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों से सामुदायिक रसोई में मिलने वाले भोजन एवं उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के संबंध में पूरी जानकारी ली। बाढ़ राहत शिविर में प्रभावित लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं से भी सीएम अवगत हुए। गर्भवती महिलाओं के आश्रय स्थल में रीता देवी को बाढ़ राहत शिविर में बेटे को जन्म देने पर राज्य सरकार की तरफ से उन्हें आर्थिक मदद स्वरूप 10 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ राहत शिविर में आवासित हर व्यक्ति की कोरोना जांच और वैक्सीनेशन का प्रबंधन ठीक ढंग से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों को असुविधा न हो। इसका विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत है। वही पशु राहत शिविर का निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुओं के चारे एवं उनके स्वास्थ्य का भी विशेष रूप से ख्याल रखने की जरूरत है। इसके साथ ही यहां रह रहे पशुपालकों के भोजन, स्वास्थ्य, निरंतर साफ-सफाई का भी पुख्ता प्रबंध होना चाहिए।
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्तीपुर के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित है। आज खुद हमने उन इलाकों का जायजा लिया। हालांकि पानी बहुत निकला है लेकिन लोग अब भी प्रभावित है। जिन्हें राहत पहुंचाने का काम किया जा रहा है। प्रत्येक प्रभावित परिवार को छह हजार रुपया दिया गया है। एक-एक चीज को हम देख रहे हैं। समस्तीपुर जिले में आने की हमारी इच्छा थी हम आए है। बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलकर हमने पूरी स्थिति का जायजा लिया।
इस मौके पर सासंद रामनाथ ठाकुर, विधायक राजेश कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त दरभंगा डॉ0 मनीष कुमार, शशांक शुभंकर पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।
समस्तीपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री पटना लौंटे। पटना लौटने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को बहुत नुकसान हुआ है। उनकों सहायता दी जाएगी। राहत का काम चल रहा है।
वही जातीय जनगणना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत लाभदायक है मेरा मानना है कि एक बार जरूर होनी चाहिए। 23 अगस्त को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मुलाकात करेगा। हर पार्टी से एक-एक लोग रहेंगे। कुल 11 लोगों का प्रतिनिधिमंडल पीएम से मिलकर इस संबंध में अपनी बातें रखेंगे। इस दौरान पीएम मोदी से यह मांग की जाएगी कि पूरे देश में जातीय जनगणना करायी जाए। इस पर फैसला केंद्र सरकार को लेना है। पत्रकारों ने जब मुख्यमंत्री से यह पूछा कि क्या सरकार अपने स्तर से जनगणना कराएगी। इसका जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि पहले हम लोग केंद्र सरकार से मिलेंगे उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
वही उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि बातचीत हो रही है अभी हमारे लेवल पर बातचीत नहीं हुई है। नेशनल एक्जिक्यूटिव की मीटिंग में लोगों ने अपनी राय रखी थी। सात निश्चय योजना अंतर्गत हर घर नल का जल योजना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर काम तेजी से चल रहा है। हम एक बार फिर इसकी समीक्षा करेंगे।