PATNA: कोरोना संकट के बीच सीएम नीतीश कुमार आज फिर 10 जिलों के डीएम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर रहे हैं. बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों के रहने की व्यवस्था और इलाज को लेकर बातचीत कर रहे हैं. इसके अलावे सीएम कई जिलों के डीएम को अलग-अलग निर्देश भी दे रहे हैं.
क्वॉरेंटाइन सेंटर के मजदूरों से भी बात
इसके अलावे सीएम नीतीश कई क्वॉरेंटाइन सेंटर का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जायजा ले रहे हैं. यही नहीं कई क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाले प्रवासी मजदूरों से वह व्यवस्था और खाने का फीडबैक भी ले रहे हैं. कहा से आए है क्या कर क्या वहां पर करते थे. क्वॉरेंटाइन सेंटर में क्या परेशानी यह सब प्रवासी मजदूरों से पूछ रहे हैं.
कल कहा था कि रोजी-रोटी की जुगाड़ यही पर किया जाएगा
22 मई को भी सीएम ने 10 जिलों के 20 क्वॉरेंटाइन सेंटर का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निरीक्षण किया था. नीतीश कुमार ने इस दौरान प्रवासियों से बातचीत भी की थी और भरोसा दिया था कि घर में ही उनकी रोजी-रोटी का जुगाड़ किया जा रहा है. उन्हें प्रदेश जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अगर वह चाहें तो वही यहीं रह सकते हैं और अपने हुनर का इस्तेमाल कर बिहार के विकास में भूमिका निभा सकते हैं. राज्य सरकार लगातार इसके लोगों के साथ-साथ अन्य कामगारों को रोजगार मुहैया कराने की दिशा में कार्य योजना बनाकर काम कर रही है. सरकार का मकसद घर में ही लोगों को रोजगार मुहैया कराने का है. इस डिजिटल निरीक्षण के दौरान सीएम ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में भोजन, पानी, रसोई घर, लोगों की रहने की व्यवस्था और केंद्र में साफ़-सफाई को लेकर भी बारीकी से अवलोकन किया. इस दौरान मुख्यमंत्री से प्रवासियों ने कहा कि वह बाहर नहीं जाना चाहते हैं. बिहार में ही रहकर काम करना चाहते हैं.