CM हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कर दी बड़ी मांग, कहा - सरना धर्मकोड को केंद्र से मिले मंजूरी

CM हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू  से कर दी बड़ी मांग, कहा - सरना धर्मकोड को केंद्र से मिले मंजूरी

RANCHI : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के झारखंड दौरे का आज दूसरा दिन है। आज खूंटी में महिला सम्मेलन में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को संबोधित किया है।इस दौरान उसके साथ राज्यपाल और सीएम हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम ने भरी सभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से बड़ी मांग कर डाली।  हेमंत सोरेन ने कहा कि - सरना धर्मकोड को केंद्र की मंजूरी मिले यह मांग मैं राष्ट्रपति महोदया से सामने भी रखता हूं। 


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यहां पर महामहिम राष्ट्रपति बैठी हुई हैं, उनसे अनुरोध है कि ‘हो’ समाज को आठवीं अनुसूची में शामिल कराया जाए साथ ही सरना धर्म कोड को लागू कराने के लिए भी प्रयास किया जाए। हम लोगों ने अपनी मांग केंद्र सरकार को भेजा है ताकि यहां पर विकास को गति दिया जा सके। सीएम हेमंत सोरेन ने खूंटी में कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति के सामने पलायन पर अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा आदिवासियों की स्थिति में अभी भी सुधार नहीं हो रहा है। राज्य से पलायन के आंकड़ों को देख चिंतित हो जाता हूं। सभी काम सिर्फ कागजों पर हो रहे हैं। यहां कोई संगठन सक्रिय रूप से काम नहीं कर रहा है।


हेमंत सोरने ने कहा कि, जब हम कहीं मुख्य अतिथि बन कर जाते हैं तो अधिकाारी स्टॉल लगा कर बस दिखा देते है। लेकिन वस्तुस्थिति कुछ और होती है। अधिकारी झांकी तो दिखाते हैं। लेकिन हम इस झांकी के पीछै देखने की कोशिश करते हैं। मुझे अच्छी तरह मालूम है कि अभी भी यहां ले आदिवासियों का ठीक तरीके से विकास नहीं हुआ है। 


इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अर्जुन मुंडा की तारीफ करते हुए कहा, यह मंत्री रहेंगे, तो तब तक झारखंड को लाभ मिलेगा। सिद्धू कान्हू वनोपज संघ गठित किया है। राज्य में 225 एसएचजी काम कर रहे हैं। राज्य में 14 हजार से अधिक गांव वनोपज से सीधा जुड़ा हुआ है। इस महासंघ को सक्रिय करने में हम बहुत तेजी से लगे हुए हैं। लगभग सभी पंचायत की समितियों को, यूनियन को इससे जोड़ा गया है।