DELHI: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत सोरेन की याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है और उन्हें हाई कोर्ट जाने को कहा है। हेमंत सोरेन ने ED के समन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। हेमंत सोरेन ने ED के समन को राजनीति से प्रेरित बताया था। उधर, ED ने चौथी बार समन भेजकर हेमंत को 23 सितंबर को पूछताछ के लिए फिर से बुलाया है।
दरअसल, झारखंड में हुए जमीन घोटाला मामले में ईडी अबतक अबतक कई लोगों गिरफ्तार कर चुकी है। रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन, कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल, न्यूक्लियस मॉल के मालिक और कारोबारी बिष्णु अग्रवाल और बड़गाई अंचल सीओ भानुप्रसाद समेत कुल 13 लोगों को अबतक इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। जमीन घोटाला के मामले में बड़गाई अंचल सीओ ने हाल ही में पूछताछ के दौरान ईडी के सामने कुछ बड़े अधिकारियों और राजनेताओं का नाम बताया था।
अब इस घोटाले की आंच सीएम हेमंत सोरेन तक पहुंच गई है। खनन घोटाला में पहले से ही ईडी की जांच का सामना कर रहे हेमंत सोरेन को जमीन घोटाला के मामले में ईडी ने पहली बार बीते 8 अगस्त को समन जारी कर 14 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन हेमंत सोरेन ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे थे। इसके बाद ईडी ने दूसरी बार 19 अगस्त को समन भेजकर 24 अगस्त को पूछताछ के लिए सीएम हेमंत सोरेन को अपने दफ्तर बुलाया था। 24 अगस्त को भी मुख्यमंत्री ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे और ईडी के अधिकारी उनका इंतजार करते रह गए थे।
25 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की गयी। याचिका में ईडी के समन को चुनौती देते हुए मुख्यमंत्री ने ईडी पर दुर्भावना से प्रेरित होकर कार्रवाई करने का आरोप लगाया था। इस याचिका की एक कॉपी ईडी के दफ्तर भी भेजा गया था। हेमंत सोरेन ने ईडी को पत्र लिख कर कोर्ट का फैसला आने तक अपनी कार्रवाई स्थगित रखने का अनुरोध किया था।
बावजूद इसके ईडी ने बीते 1 सितंबर को तीसरी बार समन जारी कर पूछताछ के लिए हेमंत सोरेन को 9 सितंबर को बुलाया लेकिन हेमंत ईडी के दफ्तर नहीं पहुंचे थे। अब ईडी ने चौथा समन भेजकर मुख्यमंत्री को 23 सितंबर को पूछताछ के लिए रांची स्थित ईडी दफ्तर बुलाया है। इसी बीच सोमवार को ईडी के समन के हेमंत सोरेन की तरफ से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करने से इनकार कर दिया और हेमंत सोरेन को हाई कोर्ट में जाने को कहा है।