DESK : एक ओर देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले भी देश में बढ़े हैं. इसी बीच पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. इसी को लेकर आज चुनाव आयोग ने आज प्रेस कांफ्रेंस की है.
माना जा रहा था कि कोरोना को देखते हुए शायद चुनाव के डेट बढ़ाये जायेंगे. लेकिन चुनाव आयोग ने कहा कि सभी राजनीतिक दल समय पर चुनाव के लिए तैयार हैं, हालांकि कुछ पार्टियां रैली के विरोध में है.
बैठक में चुनाव आयोग ने कहा कि चुनाव टालने की जरूरत नहीं है. चुनाव के समय कोरोना गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा. चुनाव आयोग ने बताया कि हमने ओमिक्रॉन को लेकर भी समीक्षा की है.
चुनाव आयोग ने कहा कि कोरोना को देखते हुए बूथों पर भीड़ न बढ़े इसके लिए 1500 लोगों पर एक बूथ को घटाकर 1250 लोगों पर एक बूथ कर दिया गया है. इससे 11 हजार बूथ बढ़े हैं. इसके अलावा चुनाव आयोग ने कहा कि मतदाता सूची 5 जनवरी को आएगी. अब तक 15 करोड़ से ज्यादा मतदाता पंजीकृत हैं. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख तक भी मतदाता सूची में अपने नाम को लेकर दावे-आपत्ति बता सकते हैं.
चुनाव आयोग ने बताया कि कम से कम एक लाख बूथ पर वेबकास्टिंग की जाएगी ताकि यह लोग देख सकें कि पूरी पारदर्शिता के साथ वोटिंग होगी. चुनाव आयोग ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया जाएगा.
बता दें कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को देखते हुए बीते गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को सलाह दी थी कि आगामी यूपी चुनाव टाल दिए जाएं और चुनावी रैलियों पर बैन लगाया जाये. इसके बाद चुनाव आयोग ने हालात का जायजा लेने के बाद कुछ फैसला लेने की बात कही थी. और आज चुनाव आयोग स्पष्ट कर दिया कि चुनाव नहीं टाले जायेंगे.