चुनावी अखाड़े में पुरुषों को कड़ी टक्कर दे रहीं महिलाएं, सारण से रोहिणी तो कई अन्य सीटों पर भी महिला प्रत्याशी दे रही कड़ी चुनौती ; पिछले दो चुनावों का यह है हिसाब

 चुनावी अखाड़े में पुरुषों को कड़ी टक्कर दे रहीं महिलाएं, सारण से रोहिणी तो कई अन्य सीटों पर भी महिला प्रत्याशी दे रही कड़ी चुनौती ; पिछले दो चुनावों का यह है हिसाब

PATNA : बिहार में सात चरणों के अंदर सभी 40 लोकसभा सीट पर मतदान होना है। इसको लेकर तमाम राजनीतिक दलों ने अपने कैंडिडेट तय कर लिए हैं। कुछ सीटों को छोड़ दें तो सभी सीटों पर कैंडिडेट वोट के लिए पसीना बहा रहे हैं। लेकिन, इन सबके बीच इस दफे चुनाव में अच्छी-खासी संख्या में महिला प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में हैं। विभिन्न दलों के बैनर तले चुनावी मैदान में ताल ठोक रही ये महिलाएं राजनीति के दिग्गज धुरंधरों को कड़ी टक्कर दे रही हैं। अब चुनाव का रिजल्ट भले ही कुछ भी आए लेकिन यह तय है कि पुरुषों के साथ राजनीति में कदमताल कर रही इन महिलाओं के जोश, जज्बा और जुनून की भरपूर सराहना हो रही है। 


दरअसल, इस बार लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक जिस नाम की चर्चा हो रही है वह नाम है राजद सुप्रीमों लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य। इसके साथ ही नीतीश कैबिनेट के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी का नाम की भी काफी चर्चा में है। इसकी मुख्य वजह इनकी आयु कम होना बताया जा रहा है। इसके बाद मीसा भारती, अर्चना रविदास , बीमा भारती, अनीता देवी, विजया लक्ष्मी देवी, बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद और वीणा देवी के नाम की भी काफी चर्चा है। ये सभी लोग काफी राजनीति के दिग्गज धुरंधरों को कड़ी टक्कर देते हुई नजर आ सकती हैं। 


राज्य के दोनों प्रमुख घटक दल एनडीए और इंडिया गठबंधन में देखें तो सबसे अधिक महिलाओं को टिकट राजद ने दिया है। पार्टी की ओर से घोषित महिला उम्मीदवारों में लालू प्रसाद की दो बेटियां शामिल हैं। मीसा भारती पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ रही हैं। वह भाजपा के वरिष्ठ नेता रामकृपाल यादव को टक्कर दे रही हैं। वहीं राजनीति की नवोदित खिलाड़ी रोहिणी आचार्य भी सारण में भाजपा के दिग्गज नेता राजीव प्रताप रूडी को चुनौती दे रही हैं।


जबकि जमुई से अर्चना रविदास लोजपा (आर) के अरुण भारती तो पूर्णिया से राजद की बीमा भारती जदयू के संतोष कुशवाहा और निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव को सीधी चुनौती दे रही हैं। जबकि अनिता कुमारी मुंगेर में जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के सामने चुनाव मैदान में डटकर खड़ी हैं। इसी तरह सीवान में जदयू के टिकट पर विजया लक्ष्मी देवी चुनावी मैदान में उतरी हैं। वह राजद के वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी को  चुनौती दे रही हैं।


उधर,  वैशाली से लोजपा (आर) की वीणा देवी राजद के मुन्ना शुक्ला से दो-दो हाथ कर रही हैं। जबकि समस्तीपुर में जदयू के वरिष्ठ मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी लोजपा (आर) के टिकट चुनाव मैदान में उतरी हैं। शांभवी का मुकाबला जदयू के वरिष्ठ मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी से होना तय माना जा रहा ह।  शिवहर सीट ऐसी है जहां दोनों ही घटक दलों की उम्मीदवार महिला ही आमने-सामने हैं। जदयू ने जहां पूर्व सांसद लवली आनंद पर दांव खेला है, वहीं राजद ने ऋतु जायसवाल को चुनाव मैदान में उतारा है। यानी दोनों गठबंधन में कोई भी जीते, महिला ही शिवहर की सांसद होंगी यह तय है।


 बताते चलें कि, वर्ष 2019 में कुल सात महिलाएं प्रमुख दलों के टिकट पर चुनाव मैदान में थीं। इसमें शिवहर से रमा देवी, वैशाली से वीणा देवी, मुंगेर से नीलम देवी, पाटलिपुत्र से मीसा भारती, सासाराम से मीरा कुमार, नवादा से विभा देवी और सुपौल से रंजीत रंजन चुनावी मैदान में उतरी थीं। उससे पहले वर्ष 2014 में पूर्व सीएम राबड़ी देवी सहित कुल 12 महिलाएं प्रमुख दलों से चुनावी मैदान में उतरी थीं।


इसमें मुंगेर से वीणा देवी, शिवहर से रमा देवी, सुपौल से रंजीत रंजन, गोपालगंज से ज्योति भारती, सीवान से हिना शहाब, सारण से राबड़ी देवी, उजियारपुर से अश्वमेघ देवी, खगड़िया से कृष्णा कुमारी यादव, बांका से पुतुल कुमारी, पाटलिपुत्र से मीसा भारती, सासाराम से मीरा कुमार और काराकाट से कांति सिंह चुनाव मैदान में थीं।