Bihar Crime News: 19 वर्षीय युवक की गला दबाकर हत्या, शव पुल के नीचे फेंका; जांच में जुटी पुलिस Bihar News: जुलाई के अंत तक यहां बनेगी सड़क, पटना के 3 लाख लोगों को सीधा फायदा Bihar-Nepal Border: बॉर्डर पर बढ़ी 'ड्रैगन' की हरकत, SSB की गिरफ्त में एक और चीनी नागरिक Bihar News: 100 करोड़ की लागत से यहां बनेगा आधुनिक मोक्षधाम, गंगा सुरक्षा बांध किया गया ध्वस्त IPL 2025: IPL इतिहास में सबसे ज्यादा बार ट्रॉफी उठाने वाले प्लेयर्स, RCB के इस स्टार के पास हैं 4 खिताब Bihar Rain Alert: इन 12 जिलों में आज तबाही मचाएगी बारिश, IMD ने जारी की विशेष चेतावनी IPL Final 2025: खत्म हुआ वनवास, मिट गए सारे कलंक; 17 साल बाद RCB पहली बार बनी चैंपियन सासाराम में दर्दनाक सड़क हादसा: ड्यूटी से घर लौट रहे सफाईकर्मी पिता-पुत्र की ट्रैक्टर से कुचलकर मौत JEE Advanced 2025: आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड पटना के छात्रों ने किया कमाल, 22 स्टूडेंट ने किया IIT क्वालीफाई BIHAR: गर्मी की छुट्टी मनाने मायके जाना पड़ गया महंगा, ट्रेन में सफर के दौरान ट्रॉली बैग से चोरी हो गया 8 लाख का गहना
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 23 Dec 2024 04:59:24 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: प्रगति यात्रा के पहले दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पश्चिम चंपारण में ऑन ग्रिड विद्युतिकरण योजना का शिलान्यास किया। इससे 25 गांवों के 11,798 घरों को बिजली दी जाएगी। 18 महीने में 139.04 करोड़ रुपये की लागत से ऑन ग्रिड विद्युतिकरण योजना का काम पूरा होगा।
मुख्यमंत्री ने अपने प्रगति यात्रा के पहले दिन पश्चिम चंपारण जिले के घोटवा टोला (संतपुर सोहरिया पंचायत) से वाल्मीकिनगर क्षेत्र में 139.04 करोड़ रुपये की लागत से ऑफ ग्रिड से ऑन ग्रिड विद्युतिकरण योजना का शिलान्यास किया। ऊर्जा विभाग के सचिव एवं सीएमडी बीएसपीएचसीएल पंकज कुमार पाल ने इस योजना को क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि इस परियोजना से मुख्यत बाल्मिकी नगर के दुर्गम घने जंगली इलाकों में निवास कर रहे थारू जनजाति के परिवारों को ग्रिड के माध्यम से निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
जिससे उन ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति मिलेगी।विदित है कि इन इलाकों में अभी विभाग द्वारा अधिस्थापित सौर ऊर्जा के संयंत्रों से बिजली मिलती है जिसको इस परियोजना के तहत अब अंडर ग्राउंड केबल के माध्यम से जंगलों में तथा टॉवर पर गंडक नदी पार करा कर ग्रिड से बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। इससे इन दुर्गम घने जंगल के इलाकों में भी लोगों को 24x7 बिजली उपलब्ध हो सकेगी।
इस परियोजना के तहत 25 गांवों के 11,798 घरों को ऑफ ग्रिड से ऑन ग्रिड विद्युत आपूर्ति में परिवर्तित किया जाएगा। इस योजना से क्षेत्र में निर्बाध, गुणवत्तापूर्ण और विश्वसनीय बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर में सुधार होगा।
योजना के तहत सरकारी स्कूलों, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक संस्थानों को भी विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा, उद्योगों और व्यापारियों को भी निर्बाध बिजली मिलेगी, जिससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी। इस परियोजना को 18 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 141,710 मानव दिवसों का रोजगार सृजन होगा। योजना की कुल लागत 139.04 करोड़ रुपये है, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा 60.17 करोड़ रुपये और शेष राशि 78.87 करोड़ रुपए राज्य सरकार द्वारा वहन की जाएगी।