पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
1st Bihar Published by: HARERAM DAS Updated Sat, 02 Sep 2023 05:13:00 PM IST
BEGUSARAI: बिहार में शिक्षकों की रक्षाबंधन से लेकर छठ तक की छुट्टियों की गई कटौती को लेकर सियासी संग्राम छिड़ गया है। सरकार के इस फैसले को लेकर विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं और नीतीश तेजस्वी की सरकार को हिंदू विरोधी बता रहे हैं। बेगूसराय पहुंचे केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने इसको लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गिरिराज सिंह ने कहा है कि बिहार सरकार हिंदुओं के खिलाफ बड़ी साजिश रच रही है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार राज्य में मुस्लिम परस्त राजनीति कर बिहार में सरिया कानून लागू करना चाह रहे हैं। बिहार में आज भी कई स्कूल हैं जहां रविवार के बदले शुक्रवार को छुट्टी रहती है। पढ़ाई के नाम पर शिक्षकों के बहाने हिंदुओं के बच्चों को संस्कृति से दूर रखने का एक बड़ा षडयंत्र है। उन्होंने कहा कि जब शिक्षकों को शिक्षण कार्य से हटाकर दूसरे कामों में लगाया जाता है उस वक्त पढ़ाई बाधित नहीं होती है। बिहार में सनातन संस्कृति को खत्म करने की साजिश की जा रही है ताकि हिंदुओं के बच्चे यह नहीं जान पाएं कि जितिया, तीज, जन्माष्टमी, नवरात्री, दीपावली, धनतेरस और छठ क्या होता है। हिंदुओं के बच्चों को संस्कृति से अलग रखने का बिहार सरकार षडयंत्र रच रही है।
उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार में हिम्मत नहीं है कि वह मुसलमानों की बड़ी छुट्टियों को रद्द कर सकें। इसका मुख्य कारण है कि हिंदू जातियों में बंटा हुआ है और वह वोट बैंक नहीं है। जिस दिन हिंदू भी एकत्रित हो गया नीतीश कुमार को इसे वापस लेना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह बिहार के संस्कृति के ऊपर प्रहार है और हिंदू विरोधी काम है। लालू जब बिहार के मुख्यमंत्री थे तो राज्य में सीमी का ऑफिस था और जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं तो पीएफआई फल फूल रहा है। यह केवल शिक्षकों के साथ अन्याय नहीं है बल्कि हिंदू धर्म की संस्कृति और संस्कार के ऊपर प्रहार है, इसे हर हाल में वापस लेना होगा।
वहीं तेजस्वी यादव द्वारा नव नेशन वन इलेक्शन का विरोध करने पर गिरिराज सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव बड़े बाप के बेटे हैं, वे कुछ भी बोल सकते हैं। तेजस्वी के पिता जिस तरह से बोलते हैं वे भी उसी तरह की भाषा बोलेंगे। उनके पिता देश के प्रधानमंत्री का नरेटी दबाने की बात कहते हैं, जब वे बिहार के सीएम थे उस वक्त इस तरह की कोई बात कहता तो उन्हें कैसा लगता। उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन देश के विकास के लिए बहुत ही जरूरी है। लालू ने खुले मंच से कहा कि चारा घोटाला को आरोप लगत था, नीतीश कुमार में हिम्मत है तो वे भी कहें कि लालू निर्दोष हैं।