CBI रेड के बाद बैकफुट पर आई कांग्रेस, MLA बोले ... कैबिनेट में जगह देने का अधिकार CM के पास, नहीं है कोई जल्दबाजी

CBI रेड के बाद बैकफुट पर आई कांग्रेस, MLA बोले ... कैबिनेट में जगह देने का अधिकार CM के पास, नहीं है कोई जल्दबाजी

PATNA : कुछ दिन पहले तक अपनी पार्टी से नीतीश कैबिनेट में दो-तीन मंत्री बनाए जाने की मांग करने वाले पार्टी कांग्रेस अब बैकफुट पर नजर आ रही है। अब यह कहा जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार कोई बड़ी बात नहीं है अभी इसके विस्तार की कोई जरूरत ही नहीं है। जब जरूरत होगा तो इस पर विचार किया जाएगा।


दरअसल, बिहार की राजनीति में पिछले कुछ दिनों तक कैबिनेट विस्तार को लेकर काफी सियासी उठापटक मची हुई थी। महागठबंधन की सरकार में सहयोगी दलों के तरफ से अपनी - अपनी मांगे सीएम नीतीश कुमार के सामने रखी जा रही थी। कांग्रेस की तरफ से काफी वक्त से नीतीश कैबिनेट में दो से तीन मंत्री पद की मांग की जा रही थी। लेकिन जैसे ही सीएम नीतीश ने इसका फैसला राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी के हाथों छोड़ा, वैसे ही कांग्रेस अब बैकफुट पर आ गई। इसके बाद अब कांग्रेस के तरफ से बड़ा बयान दिया गया है, पार्टी के विधायक दल के नेता ने कहा है कि कैबिनेट विस्तार कोई बड़ी बात नहीं है और जरूरत आने पर इस विषय में देखा जाएगा।


 कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा ने कहा कि कैबिनेट विस्तार कोई बड़ी बात नहीं है। सरकार के सभी मंत्री अपना काम कर रहे हैं। और सबकी जिम्मेदारी सदन को सुचारू रूप से चलाने की भी है। और रही बात कैबिनेट विस्तार की तो उसका फैसला तो सीएम नीतीश कुमार को करना है, उनको जब करना होगा तब करेंगे और जो फैसला लेना होगा लेंगे। 


मालूम हो कि, बिहार में उठापटक का दौर भी जारी रहा। जहां एक तरफ उपेंद्र कुशवाहा, मीना सिंह समेत कई कई नेताओं ने जदयू को अलविदा कह दिया तो वहीं लालू परिवार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का शिंकजा कसा रहा। यही वजह है कि महागठबंधन के सहयोगी दलों की मांगें दरकिनार होती चली गई और अब कांग्रेस ने भी समझ लिया है कि ऐसे में सीएम नीतीश फिलहाल तो कोई बड़ा फैसला नहीं लेने वाले हैं। 


आपको बता दें, कुछ दिनों पहले ही कैबिनेट विस्तार का फैसला लेने की जिम्मेदारी नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को सौंप दी थी। जिसके बाद कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था। वैसे भी तेजस्वी को नीतीश कुमार अपना उत्तराधिकारी भी घोषित कर चुके है। ऐसे में अब लगता कि कांग्रेस की मंत्री वाली डिमांड अब ठंडे बस्ते में चली गई है। वैसे भी ऐसा कहा जा रहा है कि इन्हीं वजहों से नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे दो नेता अबतक उनसे अलग हो चुके हैं। ऐसे में अब सीएम नीतीश अपने जरिए किसी को नाराज करना नहीं चाहते हैं।