PATNA : सीएए-एनआरसी औरप एनपीआर के खिलाफ बिहार में तमाम विपक्ष एक जुट होता दिख रहा है। बिहार के तमाम दिग्गज नेता इस मसले पर फुलवारीशरीफ के इमारत-ए-शरिया पहुंचे। अमीर-ए-शरीयत मौलाना वली रहमानी की अध्यक्षता में हुई बैठक में विरोध पर आगे की रणनीति तैयार की गयी। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, आरएलएसपी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा, कांग्रेस नेता सदानंद सिंह और जनअधिकार पार्टी( लोकतांत्रिक) के अध्यक्ष पप्पू यादव समेत तमाम नेता मौजूद रहे। हालांकि इस मौके पर बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की अनुपस्थिति सवाल खड़ा करती रही।
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने बैठक में कहा कि देश के अंदर जो एदारा है और जो जमीयत है उनको लेकर सवाल खड़े हो रहे है कि देश में बड़ी-बड़ी घटनाओं के बाद चुप्पी क्यों है। खबरों को दबा दिया जा रहा है। मुल्क में लोगों पर उत्पीड़न हो रहा है लेकिन चुप्पी बनी हुई है। उन्होनें मोदी-योगी और शाह पर बरसते हुए कहा कि। यूपी में लगातार अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा हो रही है। सरकार दमनकारी नीति अपना रही है।
पप्पू यादव ने कहा कि लोगों को पता चलना चाहिए कि सीएए-एनआरसी और एनपीआर के जरिए वोटिंग राइट समाप्त करने की तैयारी चल रही है, सब्सिडी समाप्त हो रहा है। जमीन समाप्त हो रहा है नौकरी समाप्त हो रहा है। रोजगार समाप्त हो रहा है। लेकिन चुप्पी बनी हुई है।