प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं, बीजेपी बोली- जैसा कर्म किया वैसा फल भोग रहे लालू

प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं, बीजेपी बोली- जैसा कर्म किया वैसा फल भोग रहे लालू

PATNA: रेलवे में नौकरी देने के बदले तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और मीसा भारती समेत सभी 16 लोगों की दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी हुई। जहां कोर्ट ने लालू समेत सभी आरोपियों को बेल दे दिया है। लालू परिवार की कोर्ट में हुई पेशी को लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है। बीजेपी ने इसको लेकर लालू पर जोरदार हमला बोला है। बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा है कि लालू ने जैसी करनी की है वैसा फल भोग रहे हैं। लैंड फॉर जॉब स्कैम में सीबीआई के पास पर्याप्त सबूत हैं और प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरुरत नहीं होती है।


बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि लैंड फॉर जॉब केस में गवाह की भी जरुरत नहीं है। सीबीआई के पास इतने साक्ष्य मौजूद हैं जो लालू को जेल पहुंचाने के लिए काफी हैं। लालू प्रसाद और उनके परिवार के पास 141 प्लॉट, 30 बिल्डिंग और 6 बड़े घर कहां से आए, इसका हिसाब उन्हें देना चाहिए। लालू ने रेल मंत्री रहते रेलवे में नौकरी दिया और उसके बदले जमीन और फ्लैट ली, उसी मकान में तेजस्वी यादव रहते हैं। प्रत्यक्ष को किसी प्रमाण की जरुरत नहीं होती है। 


बचौल ने कहा कि लालू और उनका परिवार इस मामले में बुरी तरह से घिर चुका है। लालू ने जैसी करनी की है उसका नतीजा भुगत रहे हैं। देश की संपत्ति को जिसने लुटने का काम किया है उसे वह संपत्ति लौटानी पड़ेगी। तेजस्वी यादव के यह कहने पर कि ईडी को ठेंगा मिला है, इसपर उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद अगर दोषी नहीं थे तो अबतक पांच केस में सजा कैसे मिल चुकी है, उसके बाद भी लोग इसे ठेंगा बता रहे हैं। लालू ने जिस जमीन को नौकरी देने के नाम पर लिखवाया, उसी में आज डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव रह रहे हैं।


वहीं बीजेपी विधायक के निलंबन पर उन्होंने कहा कि सदन के भीतर जो कुछ हुआ है वह लोकतंत्र को कलंकित करने वाला है। सदन में संसदीय कार्य मंत्री कह रहे थे कि यह विधानसभा अध्यक्ष का अधिकार है। सरकार प्रस्ताव देती है तब स्पीकर कार्रवाई करते हैं। सत्ताधारी दल के लोगों ने बिहार विधानसभा को कलंकित करने का काम किया है। बीजेपी विधायक लखेंद्र पासवान को जिस विधायक ने गाली दी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।