KOLKATA: ममता बनर्जी के चुनाव प्रबंधन का ठेका लेने वाले प्रशांत किशोर पर बंगाल की सियासत गरमा रही है. प्रशांत किशोर पर बंगाल की सरकार चलाने का आरोप लग रहा है. आरोप ये है कि प्रशांत किशोर के लोग बंगाल के सचिवालय में बैठ कर अधिकारियों को फरमान जारी कर रहे हैं. हालांकि ममता बनर्जी की पार्टी और प्रशांत किशोर की संस्था आईपैक ने इन आरोपों को गलत बताया है.
PK पर आरोप
प्रशांत किशोर को लेकर ये आरोप बीजेपी ने लगाया है. बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि बंगाल की सरकार प्रशांत कुमार के निर्देश पर काम कर रही है. PK की संस्था I-PAC के लोग लगातार सचिवालय में बैठ रहे हैं. वे अधिकरियों को फरमान जारी कर रहे हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि प्रशांत किशोर अगर ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति तैयार कर रहे हैं तो उनकी पार्टी को कोई आपत्ति नहीं है. ममता डूबती हुई जहाज हैं और उस पर जो सवार होगा वो भी डूबेगा. लेकिन कोई बाहरी व्यक्ति कैसे सरकार चला सकता है. वो किस आधार पर अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर सकता है. ऐसी असंवैधानिक व्यवस्था को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
ममता की पार्टी ने आरोपों को नकारा
उधर ममता बनर्जी की पार्टी ने ऐसे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. राज्य के संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि सरकार के कामकाज में कोई बाहरी दखलअंदाजी नहीं हो रही है. प्रशांत किशोर की संस्था I-PAC ने भी इन आरोपों को गलत बताया है.
PK की सलाह पर ममता ने बदली है कार्यशैली
हालांकि प्रशांत किशोर की सलाह पर ममता बनर्जी ने कामकाज का तरीका बदला है. TMC ने जनता से जुड़ने के लिए बड़ी मुहिम छेड़ी है. लोगों की समस्याओं को जानने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किये गये हैं जहां लोग किसी की भी शिकायत कर सकते हैं. लोगों की शिकायत जानने के लिए वेबसाइट भी लांच की गयी है. तृणमुल कांग्रेस के 1 हजार नेताओं को 10 हजार गावों में भेजा गया है. जहां वे लोगों से सीधा संवाद करेंगे.