PATNA : लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहारी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए ट्रेन चलाने पर पीएम नरेन्द्र मोदी का आभार प्रकट किया है। वहीं उन्होनें उम्मीद जतायी है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन मजदूरों के लिए क्वारंटीन सेंटर की अच्छे से इंतजाम करेंगे।
चिराग पासवान ने लिखा है कि स्पेशल ट्रेन चलाने के फ़ैसले लिए केंद्र सरकार और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई देता हूंऔर लोक जनशक्ति पार्टी की तरफ़ से धन्यवाद करता हूं।
उन्होनें आगे लिखा है कि केंद्र की मदत के बाद ही बिहारीयों को बिहार लाना सम्भव हो पाया है अब उमीद करता हूं की बिहार सरकार और हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी वापस लौट रहे बिहारी की जांच कर कुछ दिनो के लिए क्वॉरंटीन में की उचित व्यवस्था करेंगे।
बता दें कि लॉकडाउन में पहली बार पैसेंजर्स को लेकर कोई ट्रेन बिहार पहुंचने वाली है। जयपुर से बिहारियों को लेकर चली यह ट्रेन आज दोपहर पटना के दानापुर स्टेशन पहुंचेगी जिसको लेकर वहां प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। जयपुर से चली यह ट्रेन लगभग दोपहर 12:45 बजे दानापुर पहुंचेगी। 24 डिब्बों वाली इस ट्रेन में तकरीबन 1100 यात्री सवार हैं। राजस्थान से ट्रेन खुलने के पहले इन ट्रेन से चलने वाले यात्रियों की प्रॉपर स्कैनिंग की गई है। रेलवे की तरफ से ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को खाने-पीने का समान मुहैया कराया गया है। राजस्थान के स्थानीय अधिकारियों ने ट्रेन खुलने से पहले खुद वहां मौजूद रहकर बच्चों और मजदूरों की रवानगी को सुनिश्चित किया। रेलवे ने पहले ही तय कर रखा है कि ट्रेन के सफर में बीच के किसी भी स्टेशन पर कोई पैसेंजर सवार नहीं होगा।
इससे सफर कराने वाले पैसेंजर्स को पहुंचने पर सबसे पहले स्कैन किया जाएगा और उसके बाद सरकार के लिए गाइडलाइन के मुताबिक कि उनको घर जाने की इजाजत होगी। सरकार ने बाहर से आने वाले यात्रियों को लेकर सभी तरह के प्रशासक इंतजाम पूरे कर लिए हैं। आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कल ही यह गाइडलाइन जारी किया था कि रेलवे के जरिए बाहर फंसे लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा। गृह मंत्रालय के इस गाइडलाइन के तुरंत बाद रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया। पटना के लिए चली ट्रेन जयपुर से खुली है। जयपुर से चलने वाली श्रमिक स्पेशल में जो लोग सवार हैं। उनके लिए यह बेहद खुशी का पल है लगभग 40 दिनों तक लॉकडाउन में फंसे होने के बाद आखिरकार वह अपने घर के लिए निकल पड़े हैं।