PATNA : बिहार विधान मंडल का मानसून सत्र कल यानी 26 जुलाई से शुरू हो रहा है. यह सत्र आगामी 5 दिनों तक चलेगा. 30 जुलाई को मानसून सत्र खत्म हो जाएगा. इस छोटे सत्र के दौरान सरकार की प्राथमिकता कई विधायकों को पास कराने की होगी. इसके अलावा सदन में कई वित्तीय कार्य भी निपटाए जाएंगे. साथ ही साथ प्रश्नोत्तर काल शून्यकाल की कार्यवाही भी होगी.
मानसून सत्र के दौरान विपक्ष जनहित के सवालों पर सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा कई जनहित के मुद्दों पर विपक्ष की तरफ से कार्य स्थगन प्रस्ताव दिए जाने की रणनीति भी होगी. लेकिन सदन में किन मुद्दों पर चर्चा हो पाएगी. यह शुरुआत के बाद ही मालूम पड़ेगा. विधानसभा सत्र के पहले दिन सदन में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी. सत्र की शुरुआत विधानसभा अध्यक्ष के प्रारंभिक संबोधन से होगा.
इसके बाद सदन में राज्यपाल द्वारा स्वीकृत आदेशों की प्रतियों को रखा जाएगा. विधानसभा में अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा सदन संचालन के लिए कार्य मंत्रणा समिति का गठन करेंगे. इसके अलावा अभ्यासी सदस्यों का मनोनयन भी किया जाएगा. उसके बाद कार्यवाही 27 जुलाई तक के लिए स्थगित हो जाएगी.
27 और 28 जुलाई को सदन में राजकीय विधेयक के पेश किए जाएंगे. 29 जुलाई को वित्तीय वर्ष 2021 22 के प्रथम अनुपूरक बजट पर चर्चा और उससे जुड़े विनियोग विधेयक का दिन रखा गया है. 30 जुलाई यानी सत्र के आखिरी दिन गैर सरकारी संगठन लिए जाएंगे.
मानसून सत्र में सरकार की तरफ से तीन नए विधेयक पेश होंगे. जबकि तीन विधेयकों में संशोधन का है. इन विधेयकों में बिहार पंचायती जुलाई राज संशोधन विधेयक 2021, बिहार खेल का मान विश्वविद्यालय विधेयक 2021, आर्यभट्ट दिनों के ज्ञान विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक राजकी 2021, बिहार राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं गए हैं। बजट प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, बिहार 22 का अभियंत्रण विश्वविद्यालय विधेयक 2021 जुलाई क बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय इसके ब विधेयक 2021 और बिहार माल एवं सेवा के अंतिम कर (संशोधन) विधेयक 2021 शामिल हैं.
विधानसभा में 26 जुलाई को वित्तीय वर्ष 2021-22 का प्रथम अनुपूरक पेश किया जाएगा. जबकि 29 जुलाई को इस पर चर्चा होगी और उसके बाद मतदान. इसके बाद सदन में विनियोग विधेयक पेश किया जाएगा. सत्र के अंतिम दिन 30 जुलाई को सदन में सदस्यों की तरफ से गैर सरकारी संकल्प लाए जायेंगे.
उधर बिहार विधान परिषद में भी सोमवार को सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होगी. सबसे पहले कार्यकारी सभापति का प्रारंभिक संबोधन होगा. उसके बाद समितियों की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएगी. वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी की प्रति भी सदन में रखी जाएगी. शोक प्रकाश के बाद सदन की कार्यवाही अगले दिन तक के लिए स्थगित हो जाएगी.