समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
MUZAFFARPUR : बिहार के मुजफ्फरपुर का इलाका हमेशा से अपने अजीबोगरीब हरकतों को लेकर सुर्खियों में बना रहता है। अब यहां से एक सनसनीखेज मामला निकल कर सामने आया है। यहां के डॉक्टर ने एक युवक के पैर में जंग लगा हुआ स्टील का रोग लगा दिया। जिससे युवक की परेशानी इस कदर बढ़ गई कि अब युवक का पैर काटना पड़ा।
दरअसल, मुजफ्फरपुर के अहियापुर में एक युवक के पैर में जंग लगा हुआ स्टील का रॉड लगा दिया गया। जिससे युवक का पैर काला पड़ने लगा और उसके पैर में इंफेक्शन इस कदर फैल गया कि अब उसे अपने पैर को काटना पड़ गया। जिसके बाद युवक ने इसको लेकर नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस की टीम अब इस युवक का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर और हॉस्पिटल संचालक की तलाश में जुट गयी है।
वहीं, इस घटना को लेकर पीड़ित छात्र विश्वजीत कुमार के पैर में जंग लगा स्टील लगाने वाले हॉस्पिटल संचालक की गिरफ्तारी की जायेगी। पुलिस की अब तक की जांच में हॉस्पिटल संचालक की लापरवाही सामने आयी है। उसके कारण ही छात्र का दायां पांव काटना पड़ा था। इस मामले को लेकर नगर डीएसपी ने केस के आइओ को निर्देश दिया है कि जल्द से जल्द छात्र के पैर का ऑपरेशन कर जंग लगा स्टील लगाने वाले डॉक्टर व हॉस्पिटल संचालक को चिह्नित कर उनके नाम-पते का सत्यापन कर गिरफ्तारी करें। साथ ही पीड़ित छात्र का निजी अस्पताल में इलाज के दौरान अस्पताल प्रबंधन की ओर से दिये गये इलाज के पुर्जा, दवा व जांच से संबंधित कागजात भी मांगे।
आपको बताते चलें कि, पटना एम्स में डॉक्टरों ने पैर में इंफेक्शन होने की बात कहा। उनका कहना था कि गलत इलाज व पैर में जंग लगा रॉड लगा देने से यह इंफेक्शन फैला है। वहां डॉक्टरों ने उसके पुत्र की पैर काटा, तक जाकर उसकी जान बची। आठ फरवरी को उसके पुत्र का पैर काला पड़ने लगा तो उसे पटना इलाज के लिए ले जाने को डॉक्टर ने कहा अब तक रोके जाने का कारण पूछने पर उसके साथ मारपीट की गयी।