PATNA : एनआईए के डीएसपी अजय प्रताप सिंह और दो एजेंटों को 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। सीबीआई ने भ्रष्टाचार की शिकायत के आधार पर कार्रवाई की। मामले में जांच जारी है। आरोप है कि डीएसपी ने राकी यादव से रिश्वत मांगी थी जिन्होंने सीबीआई में शिकायत की। उसके बाद इन्हें अरेस्ट किया गया।अब सीबीआई के विशेष न्यायाधीश सुनील कुमार-2 ने शुक्रवार को एनआईए के डीएसपी अजय प्रताप सिंह के अलावा हिमांशु सिंह और दीपू सिंह को न्यायिक हिरासत में लेते हुए 14 दिनों के लिए बेऊर जेल भेज दिया।
दरअसल, दिल्ली सीबीआई की स्पेशल टीम ने गुरुवार को 20 लाख रुपये रिश्वतखोरी के मामले में डीएसपी समेत तीनों को गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने तीनों आरोपितों को देर शाम पटना सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया। एनआईए ने पिछले दिनों पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी और उनके बेटे रॉकी यादव के गया स्थित घर और प्रतिष्ठान पर छापेमारी की थी।
वहीं, इस संबंध में दर्ज केस के आईओ डीएसपी अजय प्रताप सिंह हैं। उन पर ढाई करोड़ रिश्वत मांगने का आरोप रॉकी यादव ने लगाया था। इसके बाद सीबीआई दिल्ली की टीम ने गुरुवार को उनके जानने वाले दो निजी व्यक्तियों के साथ उन्हें रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। बिहार की पूर्व महिला एमएलसी के बेटे से ढाई करोड़ रुपये घूस मांगने के मामले में चंदौली जिले के रहने वाले और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पटना शाखा में तैनात डिप्टी एसपी अजय प्रताप सिंह के घर तोरवां गांव में गुरुवार की शाम सीबीआई की टीम धमकी। गोपनीय तरीके से पहुंचे टीम के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस के साथ जांच पड़ताल कर रात करीब नौ बजे वापस हो गई।
इधर, डीएसपी अजय को 20 लाख रुपये घूस लेते हुए सीबीआई की विशेष टीम ने गुरवार को ही पटना से गिरफ्तार कर लिया था। तोरवा गांव निवासी रामानंद सिंह उर्फ गुल्लू सिंह धानापुर में अमर वीर इंटर कालेज में शिक्षक हैं। उनके दो बेटों में बड़ा बेटा अजय प्रताप एनआईए पटना शाखा में डीएसपी हैं। अजय की शादी बिहार के रामगढ़ निवासी एक पूर्व विधायक की पुत्री से हुई है।