ARRAH: भोजपुर के तरारी थानेदार की हत्या 19 साल पहले हार्डकोर नक्सली संतोष पासवान ने की थी। तब से पुलिस की आंख में धूंल झोककर वो फरार था। आईईडी बम से पुल गिराने सहित कई नक्सली वारदात को बेखौफ अंजाम देता आ रहा था। कई बड़े कांड में वांछित हार्डकोर नक्सली को आज भोजपुर पुलिस ने धड़ दबोचा है। पुलिस इसे बड़ी कामयाबी मान रही है।
कानून के हाथ लंबे होते है, यह आज भोजपुर पुलिस ने सच कर दिखाया है। भोजपुर पुलिस को 19 साल बाद एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। 19 साल पहले तरारी थानाध्यक्ष राज किशोर शाह की 2005 में हार्डकोर नक्सली संतोष पासवान ने निर्मम हत्या कर दी थी। थानेदार की हत्या के बाद से वो फरार चल रहा था। भोजपुर पुलिस अधीक्षक मिस्टर राज की स्पेशल टीम ने उसे धड़ दबोचा।
जिस हार्डकोर नक्सली की गिरफ्तारी हुई वो भोजपुर,औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर, जहानाबाद जैसे कई जिलों में वांछित था। उसके ऊपर आईईडी बम लगाकर पुल गिरने का मामला भी दर्ज है। भोजपुर पुलिस अधीक्षक मिस्टर राज ने बताया कि भोजपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि हार्डकोर नक्सली संतोष पासवान अपने गांव जैसीडीह आया हुआ है।
इस सूचना के बाद भोजपुर पुलिस अधीक्षक मिस्टर राज ने पिरो एसडीओपी केके सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित कर छापेमारी शुरू की और हार्डकोर नक्सली संतोष पासवान को उसके पैतृक गांव पिरो अनुमंडल के जैसीडीह से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली के ऊपर कई नक्सली मामले दर्ज हैं। आखिरकार 19 साल बाद भोजपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।