AURANGABAD : कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज की इलाज को लेकर जहां चिकित्सकों में भय की स्थिति बनी हुई है वही औरंगाबाद के एक चिकित्सक डॉ जन्मेजय ने अपने कार में ही वह सारी व्यवस्था बना डाली जिसमे बैठकर भयमुक्त होकर कहीं भी कोरोना संदिग्ध का इलाज किया जा सकता है, वह भी बिलकुल सुरक्षित रहकर ।
यह कार मोबाइल वैन की तरह कार्य करेगी और हर जगह जा-जाकर संदिग्ध या पॉजिटिव मरीज को देखकर उसका प्रेस्क्रिप्शन अस्पताल को या किसी अन्य मेडिकल स्टोर को मेल कर देगी।डॉ जनमेजय ने अपने द्वारा बनाये गए कार का नाम कोरोना वॉरियर वैन दिया है।वैन के बाहर ही सेनेटाइजर,थर्मोमीटर तथा अन्य उपकरण लगे हुए है जिसकी मोनिटरिंग वैन के अंदर बैठे चिकित्सक के द्वारा की जाती है क्योंकि वैन के बाहर ही कोरोना से सम्बंधित जांच के सारे इक्विपमेंट लगे हुए है।
डॉक्टर जनमेजय ने बताया कि जैसे ही मरीज वैन के पास पहुंचेगा वैन के बाहर लगे मोबाइल पर चिकित्सक कॉल करेगा और उसका परिचय लेते हुए हाथ को सेनेटाइज करने के लिए कहेगा।वैन के अंदर बैठा चिकित्सक अंदर से ही सेनेटाइजर को पम्प कर हाथ को सेनेटाइज कराते हुए वैन में लगे पुरे बाजू के दस्ताने से मरीज का टेम्परेचर की जांच करते हुए उसकी सारी गतिविधि को लैपटॉप में रेकॉर्ड करेगा।यदि जरूरत पड़ी तो स्वाब स्टीक से भी मरीज के मुंह के अंदर के स्थिति को भी बिना किसी खतरे के जांच कर मरीज के कोरोना संक्रमण की पुष्टि करेगा।बताया जाता है कि स्वाब स्टीक का जांच से ही चिकित्सक में संक्रमण का खतरा रहता है लेकिन इस मोबाइल वैन के माध्यम से चिकित्सक पूरी तरह से सुरक्षित रहते हुए जांच कर दवा लिखेगा।
बिहार ही नही देश का यह पहला मोबाइल वैन है जो चारों तरफ घूम-घूमकर संक्रमित या संदिग्ध मरीज का डेटा कलेक्ट करते हुए उसके ब्लड के नमूने लेकर जांच के लिए सम्बन्धित लैब में भेज सकता है।लन्दन में अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने वाले चिकित्सक डॉ जनमेजय ने बताया कि यदि सरकार इस वैन को परमिट करती है तो देश ही नहीं विश्व के लिए उदाहरण साबित होगा।