PATNA : बिहार में कोरोना का संक्रमण इन दिनों काफी तेजी से बढ़ रहा है. इसी बीच भारी संख्या में प्रवासी मजदूर और अन्य लोग देश के तमाम राज्यों से बिहार लौट रहे हैं. राज्य सरकार के लिए यह चिंता की बात है. क्योंकि 4 मई के बाद सैकड़ों प्रवासी लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. कोरोना संकट में लागू लॉकडाउन के बीच आज से ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया है. स्पेशल ट्रेन से जो यात्रा कर नई दिल्ली से बिहार के पटना आएंगे, उन्हें 14 दिनों तक होम क्वारनटीन में रहना होगा.
लॉकडाउन में जो भी लोग श्रमिक ट्रेन से बिहार वापसी कर रहे हैं, उन्हें नीतीश सरकार 21 दिनों तक क्वारनटीन सेंटर रख रही है. रेलवे की ओर से 5 ट्रेनें बिहार के लिए चलाई जा रही हैं. बिहार पहुंचने वाले यात्रियों को 14 दिन होम क्वारंटाइन रहना जरूरी है. बिहार के पटना रेलवे स्टेशन पर पहली स्पेशल ट्रेन बुधवार को सुबह 5 बजे की करीब पहुंचेगी. ऐसे में नीतीश सरकार ने स्पेशल ट्रेन से बिहार आने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी की है. बिहार सरकार ने कहा है कि ट्रेन के पटना पहुंचने पर यात्रियों की फिर से स्क्रीनिंग रेलवे द्वारा की जाएगा. अगर कोरोना संक्रमण के किसी तरह के कोई लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें आइसोलेट किया जाएगा.
जिन यात्रियों में कोई भी लक्षण नहीं पाया जायेगा, उनको 14 दिन के लिए होम क्वारनटीन में रहना होगा. लॉकडाउन में बिहार इंटर डिस्टिक्स में मूवमेंट बढ़ाएगी ताकि ट्रेन से आने वाले यात्रियों को उनके घर तक पहुंचाया जा सके, जो दूसरे जिले के रहने वाले हैं. दरअसल रेल मंत्रालय ने ट्वीट कर साफतौर पर कहा है कि स्पेशल ट्रेनों के गंतव्य पर पहुंचने के बाद यात्रियों को संबंधित राज्यों के हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. मंत्रालय ने ट्वीट कर, यात्रा करने वालों को सलाह दी है कि ऐसे सभी पैसेंजर गंतव्य राज्यों के नियमों को जान लें. इसी मद्देनजर बिहार सरकार ने गाइडलाइन जारी की है.
बता दें कि देश के अलग-अलग राज्यों से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से घर लौटने वाले मजदूरों को भी हेल्थ जांच के बाद ही ट्रेन में चढ़ने की इजाजत है. इसके अलावा बिहार में पहुंचते हैं तो वहां से उन्हें राज्य परिवहन के बसों से क्वारनटीन सेंटर में 21 दिन रहना होता है, लेकिन स्पेशल ट्रेन के यात्रियों को बिहार सरकार ने राहत दी है. उन्हें क्वरनटीन सेंटर में रहने के बजाय घरों में रहने को कहा जा रहा है. इसके अलावा 21 दिन के बजाय 14 दिन ही होम क्वारनटीन में रहना होगा.