शराब मामले में चौकीदारों के निलंबन पर पप्पू यादव ने उठाया सवाल, बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग

शराब मामले में चौकीदारों के निलंबन पर पप्पू यादव ने उठाया सवाल, बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग

PATNA : जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने बीते दिनों हुई जहरीली शराब से मौतों को लेकर सरकार और विपक्ष दोनों पर सवाल खड़े किये हैं. पप्पू यादव ने विपक्ष को भगोड़ा तो सरकार पर शराब माफिया से मिले होने का आरोप लगाया है. 


पप्पू यादव ने सवाल किया कि बिहार का विपक्ष सड़कों पर क्यों नहीं उतरता है? सिर्फ ट्विटर पर ही क्यों सक्रिय रहता है. विपक्ष भगोड़ा है. उन्होंने तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर कहा कि बिहार विधानसभा में विपक्ष का नेता शराब माफियाओं के साथ चलता है. शराब का पैसा विपक्ष के घर में जाता है. विपक्ष की भूमिका संदिग्ध है. सत्ता पक्ष से ज्यादा विपक्ष के लोग अरबों रुपये के शराब के खेल में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मुख्य विपक्षी पार्टी के बहुत लोग शराब के मामले में गिरफ्तार होंगे. विपक्ष कुशेश्वरस्थान में प्रचार करने जाता है लेकिन शराब पीड़ितों से मिलने नहीं जाता है. 


पप्पू यादव ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि बिहार में शराब बेचने और बेचवाने में विपक्ष का सबसे बड़ा हाथ है. शराब का पैसा विपक्ष के नेताओं के पास पहुँचता है. शराब से हुई मौतों में अगर सत्ता पक्ष के लोग जिम्मेदार हैं तो विपक्ष उससे कहीं गुना ज्यादा जिम्मेदार है. बिहार में विपक्ष की भूमिका शराब के मामले में संदिग्ध है. पप्पू ने कहा कि यदि विपक्ष के नेताओं में हिम्मत है तो शराबकांड के मामले पर सड़क पर उतरें और सरकार का घेराव करें. 


पप्पू यादव ने बीजेपी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल केवल विधवा विलाप करते हैं. समाज को बरगलाते हैं. पप्पू ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष हमेशा यह कहते हैं कि पुलिस अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं. सत्ता में रहने के बावजूद भी यदि पुलिस आपकी बात नहीं सुनती है तो आपको अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. 


पप्पू यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में किसी विजय गुप्ता नाम के एक शख्स का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि विजय गुप्ता बीजेपी अध्यक्ष के साथ बेतिया गया था. वहां के लोगों ने जब उसका विरोध किया तो वे सीधा गाड़ी में बैठकर भाग निकले. बीजेपी अध्यक्ष यह बताये कि यह विजय गुप्ता कौन है. 


पप्पू ने कहा कि शराब माफिया की सांठ-गांठ थाना पुलिस से लेकर नेता, विधायक और सांसद सबके साथ है. इन्हें कंट्रोल करने का एक तरीका है कि इन शराब माफियाओं का फ़ोन रिकॉर्ड चेक करना चाहिए. रिकॉर्डिंग में यह साफ़ पता चल जाएगा कि इन माफियाओं की बात यहां के पुलिस अधिकारी और जनप्रतिनिधि सबसे होती है. 


पप्पू ने कहा कि शराबकांड में थानेदार और चौकीदार को सस्पेंड करने से कुछ नहीं होगा. आज तक इन मामलों में किसी बड़े पुलिस अधिकारी पर एक्शन नहीं लिया गया. सरकार को जिले के एसपी, डीएसपी और आईजी, डीआईजी को सस्पेंड करना चाहिए. पप्पू ने कहा कि बिहार में बीजेपी और आरजेडी की जुबान एक है. इनका चुनाव ही शराब, जमीन और बालू माफिया के पैसा से होता है. बिहार का प्रमुख विपक्ष बीजेपी की भाषा बोलता है. 


पप्पू यादव ने कहा कि बीजेपी के नेता एंबुलेंस से शराब की तस्करी करते हैं. बीजेपी अगर शराबबंदी मामले पर गंभीर है तो उसे विधानसभा का सत्र बुलाकर इसपर परिचर्चा करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि  राज्य में जहरीली शराब से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई और पूरे मामले में कार्रवाई के नाम पर सरकार खानापूर्ति कर रही है. अगर बिहार सरकार शराबबंदी को लेकर गंभीर है तो सबसे पहले विधायिका की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए, बिहार सरकार इसमें संशोधन करें.


पप्पू यादव ने पूर्णिया में हुए पूर्व जिला पार्षद रिंटू सिंह हत्याकांड की जांच एसआईटी से कराने की मांग रखी. पप्पू ने कहा कि किसी मंत्री-विधायक को फंसाने से कुछ नहीं होने वाला. सरकार को मामले की निष्पक्ष जांच कराने चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. गुनाहगारों को सजा मिले.