नीतीश राज में जेल से धंधा कर रहे शराब माफिया, मामले का खुलासा होते ही प्रशासन की उड़ी नींद

नीतीश राज में जेल से धंधा कर रहे शराब माफिया, मामले का खुलासा होते ही प्रशासन की उड़ी नींद

MUZAFFARPUR : बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुए लगभग 5 साल का समय बीत गया है. लेकिन इसके बावजूद भी राज्य के कई जिलों में धड़ल्ले से शराब की बिक्री की जा रही है. सूबे में एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है, जिससे नीतीश सरकार की नींद उड़ गई है. राज्य के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है. दरअसल मुजफ्फरपुर जिले में जेल से शराब का सिंडिकेट चलाने का मामला सामने आया है. 


दरअसल मुजफ्फरपुर जिले के कांटी पुलिस ने जेल में बंद कुख्यात अपराधी पर जेल से ही शराब का सिंडिकेट चलाने की प्राथमिकी दर्ज की है. कांटी थाने की पुलिस ने जेल में मोबाइल से शराब का सिंडिकेट चलाने का दावा किया है. शराब बिक्री को लेकर पुलिस ने जेल प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है. पुलिस की ओर से थाने में जो एफआईआर दर्ज की गई है. उसके मुताबिक पुलिसवालों की ओर से ये बात लिखी गई है कि जेल में बंद अपराधियों की बाहर के माफियाओं से मोबाइल पर बात होती थी. कांटी थानेदार कुंदन कुमार ने एफआईआर भी दर्ज कर ली है. साथ ही सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात शराब माफिया कथैया थाना के असवारी बरंगरिया के उमेश राय और अन्य को आरोपित भी किया है. जिला प्रशासन और जेल के दावों पर सवाल उठाये हैं. 


यह मामला सामने आते ही जेल प्रशासन की भी नींद उड़ गई है. जेल आईजी मिथिलेश कुमार ने बताया कि कांटी थाने में दर्ज बंदी उमेश राय के खिलाफ एफआईआर की सक्षम प्राधिकारी से जांच करायी जाएगी. उन्होंने बताया कि पुलिस एफआईआर की तथ्यों की जांच कारा प्रशासन कराएगी.  इसमें अगर कोई कारा पदाधिकारी की संलिप्तता सामने आएगी तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.


जेल अधीक्षक ने कहा है कि इसके लिए कांटी पुलिस को सबूत देना होगा. आईजी और एसएसपी ने पूरे मामले को संज्ञान में लिया है.  दोनों अधिकारियों ने मामले को बेहद संवेदनशील बताते हुए जांच की बात कही है. इधर, जेल अधीक्षक राजीव कुमार सिंह ने बताया कि कांटी पुलिस की एफआईआर की सत्यता की जांच करायी जाएगी. उनसे सबूत मांगे जाएंगे. एफआईआर सही होने पर बंदी और पदाधिकारी दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी.  


उधर कांटी थानेदार ने अपने बयान में दावा किया है कि कांटी थाना क्षेत्र के बकटपुर निवासी धंधेबाज कमलेश ठाकुर से उमेश राय ने फोन पर बातचीत की. उसे स्प्रिट की खेप की जानकारी दी. इस दौरान उमेश ने कमलेश को बताया कि बकटपुर के ही दिनेश्वर राय, राकेश कुमार और कथैया थाना क्षेत्र के असवारी बंजरिया निवासी पप्पू राय ने गिट्टी लोड ट्रक में शराब निर्माण के लिए स्प्रिट छिपाकर मंगवाया है. उसे ठिकाना लगाकर माल की ढ़ुलाई करनी है. इस एफआईआर के बाद से कारा प्रशासन में खलबली मची हुई है.