BIHAR CRIME: सासाराम में युवक की गोली मारकर हत्या, इलाके में मचा हड़कंप ISM पटना ने स्थापना सप्ताह का भव्य समापन किया, छात्रों की रचनात्मकता और नवाचार को मिला मंच मुजफ्फरपुर कोर्ट में बुर्का पहना कर शादी की कोशिश, हिंदूवादी संगठनों के हंगामे के बाद जांच में जुटी पुलिस बालोपासना दिवस 2025: कोइलवर में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने दौड़ व कबड्डी प्रतियोगिता का किया आयोजन जुकाम की दवा सिगरेट: इलाज कराने आए मासूम को डॉक्टर ने कराया स्मोकिंग, बच्चे की सेहत से किया खिलवाड़ Train Accident : चलती ट्रेन में चढ़ना पड़ा भारी, झाझा स्टेशन पर बाल-बाल बचे दो यात्री बिहार चुनाव से पहले बड़ा सर्वे: तेजस्वी यादव CM पद के सबसे पसंदीदा उम्मीदवार, प्रशांत किशोर ने नीतीश को पछाड़ा Life Style: धूप से आते ही गर्मी में ठंडा पानी पीना पड़ सकता है भारी, जानें सेहत को कैसे पहुंचा सकता है नुकसान? रद्द की गई 14009/10 बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार एक्सप्रेस अब 24 अप्रैल तक फिर से चलेगी यात्रीगण कृपया ध्यान दें: संपूर्ण क्रांति क्लोन स्पेशल सहित 03 जोड़ी ट्रेनों के परिचालन अवधि में विस्तार
27-Jan-2021 06:04 PM
MUZAFFARPUR : बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुए लगभग 5 साल का समय बीत गया है. लेकिन इसके बावजूद भी राज्य के कई जिलों में धड़ल्ले से शराब की बिक्री की जा रही है. सूबे में एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है, जिससे नीतीश सरकार की नींद उड़ गई है. राज्य के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है. दरअसल मुजफ्फरपुर जिले में जेल से शराब का सिंडिकेट चलाने का मामला सामने आया है.
दरअसल मुजफ्फरपुर जिले के कांटी पुलिस ने जेल में बंद कुख्यात अपराधी पर जेल से ही शराब का सिंडिकेट चलाने की प्राथमिकी दर्ज की है. कांटी थाने की पुलिस ने जेल में मोबाइल से शराब का सिंडिकेट चलाने का दावा किया है. शराब बिक्री को लेकर पुलिस ने जेल प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है. पुलिस की ओर से थाने में जो एफआईआर दर्ज की गई है. उसके मुताबिक पुलिसवालों की ओर से ये बात लिखी गई है कि जेल में बंद अपराधियों की बाहर के माफियाओं से मोबाइल पर बात होती थी. कांटी थानेदार कुंदन कुमार ने एफआईआर भी दर्ज कर ली है. साथ ही सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात शराब माफिया कथैया थाना के असवारी बरंगरिया के उमेश राय और अन्य को आरोपित भी किया है. जिला प्रशासन और जेल के दावों पर सवाल उठाये हैं.
यह मामला सामने आते ही जेल प्रशासन की भी नींद उड़ गई है. जेल आईजी मिथिलेश कुमार ने बताया कि कांटी थाने में दर्ज बंदी उमेश राय के खिलाफ एफआईआर की सक्षम प्राधिकारी से जांच करायी जाएगी. उन्होंने बताया कि पुलिस एफआईआर की तथ्यों की जांच कारा प्रशासन कराएगी. इसमें अगर कोई कारा पदाधिकारी की संलिप्तता सामने आएगी तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
जेल अधीक्षक ने कहा है कि इसके लिए कांटी पुलिस को सबूत देना होगा. आईजी और एसएसपी ने पूरे मामले को संज्ञान में लिया है. दोनों अधिकारियों ने मामले को बेहद संवेदनशील बताते हुए जांच की बात कही है. इधर, जेल अधीक्षक राजीव कुमार सिंह ने बताया कि कांटी पुलिस की एफआईआर की सत्यता की जांच करायी जाएगी. उनसे सबूत मांगे जाएंगे. एफआईआर सही होने पर बंदी और पदाधिकारी दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी.
उधर कांटी थानेदार ने अपने बयान में दावा किया है कि कांटी थाना क्षेत्र के बकटपुर निवासी धंधेबाज कमलेश ठाकुर से उमेश राय ने फोन पर बातचीत की. उसे स्प्रिट की खेप की जानकारी दी. इस दौरान उमेश ने कमलेश को बताया कि बकटपुर के ही दिनेश्वर राय, राकेश कुमार और कथैया थाना क्षेत्र के असवारी बंजरिया निवासी पप्पू राय ने गिट्टी लोड ट्रक में शराब निर्माण के लिए स्प्रिट छिपाकर मंगवाया है. उसे ठिकाना लगाकर माल की ढ़ुलाई करनी है. इस एफआईआर के बाद से कारा प्रशासन में खलबली मची हुई है.