बिहार में किस जाति के कितने सांसद पहुंचे लोकसभा, यहां पढ़िए पूरा जातीय समीकरण

बिहार में किस जाति के कितने सांसद पहुंचे लोकसभा, यहां पढ़िए पूरा जातीय समीकरण

PATNA : लोकसभा का चुनाव परिणाम सामने आ गया है। इस बार चुनाव जीतने वाले सांसदों में सवर्ण समुदाय से 12 सांसद हैं। जबकि दलित समाज से छह सांसद बने हैं। ये सभी सुरक्षित सीट से चुने गए हैं। जबकि दो अल्पसंख्यक समुदाय और बाकी 20 सांसद पिछड़ा और अतिपिछड़ा समुदाय से चुने गए हैं। वहीं, सबसे अधिक सात यादव सांसद बने हैं। इसके बाद छह सांसद राजपूत जाति के हैं।


इस बार के लोकसभा चुनाव के विनिंग कैंडिडेट में सबसे पहले सवर्ण समुदाय के जातियों की बात करें तो सबसे पहले छह राजपूत सांसदों में राधामोहन सिंह, लवली आनंद, सुधाकर सिंह, वीणा देवी, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, राजीव प्रताप रूडी हैं। इसके साथ ही तीन भूमिहार सांसदों में गिरिराज सिंह, ललन सिंह और विवेक ठाकुर को जीत हासिल हुई है। इसके अलावा दो ब्राह्मण गोपाल जी ठाकुर और देवेश चंद्र ठाकुर भी चुने गए हैं। जबकि, विजयी उम्मीदवारों में सवर्ण समुदाय में एक कायस्थ रविशंकर प्रसाद चुने गए।


वहीं, अतिपिछड़ा सांसदों में सात लोकसभा के लिए चुने गए हैं। ये रामप्रीत मंडल, दिलेश्वर कामैत, प्रदीप सिंह, राजभूषण निषाद, अजय मंडल, सुदामा प्रसाद और राजेश वर्मा हैं। पिछड़ा वर्ग में कुर्मी-कुशवाहा से सुनील कुमार, विजया लक्ष्मी देवी, कौशलेन्द्र कुमार, राजाराम सिंह और अभय कुशवाहा हैं। डॉ संजय जायसवाल वैश्य तो अशोक यादव, मीसा भारती, राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, दिनेश चंद्र यादव, गिरिधारी यादव, सुरेन्द्र यादव और नित्यानंद राय यादव हैं। दलित समुदाय से आलोक कुमार सुमन, चिराग पासवान, शांभवी चौधरी, मनोज कुमार, जीतन राम मांझी और अरुण भारती हैं।


मालूम हो कि, पिछले चुनाव में अतिपिछड़ी जातियों से सात ही सांसद बने थे। इसमें रामप्रीत मंडल, दिलेश्वर कामैत, प्रदीप सिंह, दुलाल चंद्र गोस्वामी, अजय निषाद, अजय कुमार मंडल, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी थे। पिछड़ी जातियों से 12 सांसद बने थे। इसमें सुनील कुमार, संतोष कुमार, कौशलेन्द्र कुमार, महाबली सिंह कुशवाहा तो डॉ संजय जायसवाल, रमा देवी, सुनील कुमार पिंटू वैश्य थे। पांच यादव सांसदों में अशोक कुमार यादव, दिनेश चंद्र यादव, नित्यानंद राय, गिरिधारी यादव व रामकृपाल यादव थे। 


उधर, सवर्ण समुदाय में दो ब्राह्मण गोपालजी ठाकुर व अश्विनी कुमार चौबे, एक कायस्थ रविशंकर प्रसाद, तीन भूमिहार गिरिराज सिंह, राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और चंदन सिंह तो राजपूत सांसदों में राधामोहन सिंह, वीणा देवी, कविता सिंह, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, राजीव प्रताप रूडी, आरके सिंह, सुशील कुमार सिंह थे।