बिहार में फिर बढ़ रही कोरोना की रफ्तार: 24 घंटे में 38 नए मामले, पटना में सबसे अधिक 17 संक्रमित

बिहार में फिर बढ़ रही कोरोना की रफ्तार: 24 घंटे में 38 नए मामले, पटना में सबसे अधिक 17 संक्रमित

PATNA: बिहार में कोरोना लगातार बढ़ता जा रहा है। संक्रमण मरीजों की संख्या प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना संक्रमितों की सबसे ज्यादा संख्या इस वक्त पटना में है. सिर्फ राजधानी पटना में 17 मामले मिले हैं। और पूरे राज्य में कोरोना के 38 नए मामले सामने आए हैं। 


जहां भागलपुर में 6 और गया और मुंगेर के तीन-तीन मरीज हैं। वहीं राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 174 हो गई है. पटना में PMCH, जयप्रकाश नगर, बेली रोड जैसे इलाके के लोगों में संक्रमण के नए मामले मिल रहे हैं। आपको बता दे बीते 24 घंटे में प्रदेश में 32302 मरीजों की कोरोना जांच हुई है।


वही पिछले दो-तीन दिनों से बिहार में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल यानी 10 अप्रैल को कोरोना पर उच्चस्तरीय बैठक की। मामले की समीक्षा के बाद उन्होंने अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध नहीं करायी जा रही है। 


1 अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में कोरोना को लेकर हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में सीएम नीतीश ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध नहीं करायी जा रही है, इसको ध्यान में रखते हुये राज्य सरकार अपनी तरफ से कोरोना वैक्सीन खरीदकर लोगों का टीकाकरण जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर लोग मास्क का प्रयोग करें। सभी को अलर्ट और एक्टिव रहना होगा । कोरोना के बढ़ते मामले को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में और अधिक टेस्टिंग करायें। अस्पतालों में मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था रखें। अस्पतालों में सभी प्रकार की दवायें एवं उपकरण उपलब्ध रखें। ऑक्सीजन की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें। राज्य के सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल करायें एवं सभी प्रकार की तैयारियां रखें। 


समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में अभी भी प्रतिदिन कोरोना की बड़ी संख्या में टेस्टिंग हो रही है। अभी पूरे देश में कोरोना की जितनी जांच हो रही है उसकी एक तिहाई जांच बिहार में हो रही है। देश में 10 लाख की आबादी पर कोरोना की औसत जांच 6 लाख के करीब है जबकि बिहार में 10 लाख की आबादी पर कोरोना की औसत जांच 8 लाख से ज्यादा हो रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि पूरे राज्य में अधिक से अधिक टेस्टिंग करायें।  


जितनी अधिक जांच होगी, कोरोना संक्रमण के मामलों का पता चलेगा। कोरोना के मामले घटे या बढ़े कोरोना की निरंतर जांच जारी रखें। अस्पतालों में मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था रखें। अस्पतालों में सभी प्रकार की दवायें एवं उपकरण उपलब्ध रखें। ऑक्सीजन की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर लोग मास्क का प्रयोग करें। सभी को अलर्ट और एक्टिव रहना होगा। राज्य के सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल करायें एवं सभी प्रकार की तैयारियां रखें।


उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना की I वैक्सीन उपलब्ध नहीं करायी जा रही है, इसको ध्यान में रखते हुये राज्य सरकार अपनी तरफ से कोरोना वैक्सीन खरीदकर लोगों का टीकाकरण जारी रखेगी। बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे।