BIHAR: आर्थिक तंगी और ग्रुप लोन के बोझ के चलते महिला ने उठा लिया बड़ा कदम, बेटे और बेटी के साथ गले में लगाया फंदा, मौके पर ही मां-बेटी की मौत BIHAR: बच्चों से काम करवाने वाले हो जाए सावधान, पकड़े जाने पर 2 साल की सजा BIHAR: बच्चों से काम करवाने वाले हो जाए सावधान, पकड़े जाने पर 2 साल की सजा देवरिया से सुल्तानगंज जा रहे कांवरियों की गाड़ी को टैंकर ने मारी टक्कर, दो की हालत गंभीर खगड़िया में बड़ा हादसा: नहाने के दौरान चार स्कूली बच्चे गहरे पानी में डूबे, रेस्क्यू जारी छपरा: गंगा में डूबने से 3 की मौत, सावन सोमवारी के दिन कलश विसर्जन के दौरान हादसा Bihar News: बिहार में ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत बनी 3968 किमी से अधिक सड़कें, 29 जिलों में शत-प्रतिशत काम पूरा Bihar News: बिहार में ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत बनी 3968 किमी से अधिक सड़कें, 29 जिलों में शत-प्रतिशत काम पूरा Bihar Politics: उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल, बोले- सरकार के खिलाफ मिल रही शिकायतें Bihar Politics: उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल, बोले- सरकार के खिलाफ मिल रही शिकायतें
1st Bihar Published by: Saif Ali Updated Sun, 22 Sep 2019 07:45:07 PM IST
- फ़ोटो
MUNGER : बिहार में भीषण बाढ़ से तबाही मची हुई है. गंगा, कमला, गंडक और कोसी नदी उफान पर है. पूर्वी और उत्तर बिहार के दर्जनों जिलों में तबाही का मंजर है. इसी बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया है. जिसने लोगों आश्चर्य में डाल दिया. मुंगेर से सामने आई इस वीडियो में देखा जा रहा है कि एक साथ 50 की संख्या में भैंस गंगा की धारा में बहती हुई नजर आ रही हैं. तस्वीर जितनी भयावह है, वीडियो में दिख रही भैंस उतनी ही लाचार हैं.
मुंगेर में गंगा खतरे के निशान से कुछ ही सेंटीमीटर नीचे बह रही है. ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. भीषण बाढ़ में आज कई लोग डूबते-डूबते बच गए लेकिन आंखों के सामने 50 से अधिक भैंस गंगा की तेज धार में बह गईं. मवेशी के मालिक ने बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन नदी की तेज धारा में वह एक भी भैंस को नहीं बचा पाया. हालांकि आपदा और राहत बचाव कार्य के गोताखोरों की मदद से मालिक को सुरक्षित उफनती नदी से बाहर निकाला गया. घटना को लेकर गोताखोर जितेंद्र कुमार सहनी और राज रमन राय ने बताया कि जितिया पर्व को लेकर बबुआ घाट में हजारों की तादाद में महिलाएं स्नान कर रही थीं. इस दौरान 50 से अधिक की संख्या में भैंस गंगा में तैरते हुए आ रही थीं. बबुआ घाट के किनारे महिलाओं की भीड़ देखकर भैंस डरकर किनारे की बजाये बीच धारा में चली गईं.
नदी में तेज धार होने के कारण भैंस वापस नहीं आ पाई और वह बहने लगीं. किसान गंगा में अपनी बहती भैंस को देखकर उन्हें बचाने गया लेकिन एक भी भैंस को बचाया नहीं जा सका. लोगों ने ही बताया कि भैंस के छोटे-छोटे बच्चे कस्टहरनी घाट में ही डूब गए.