ब्रेकिंग न्यूज़

बीवी के साथ मिलकर प्रेमी ने 21 साल की विधवा को जिंदा जलाया, जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रही पीड़िता सारण में 29 महिला सिपाहियों पर कार्रवाई: इलेक्शन ड्यूटी में लापरवाही पर SSP ने रोका वेतन, 3 दिन के भीतर मांगा जवाब जमुई में 50 हजार का इनामी अपराधी रामधारी तुरी अरेस्ट, पुलिस वैन की चपेट में आकर 3 ग्रामीण घायल दिल्ली में बीजेपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से मिले जीतन राम मांझी, नई सरकार के गठन पर हुई चर्चा नीतू चंद्रा की छुट्टी: TV पर राजनीति की बात करना पड़ गया भारी, चुनाव आयोग ने स्वीप आइकॉन पद से हटाया दुरंतो एक्सप्रेस से 70 लाख कैश बरामद: झाझा स्टेशन पर RPF–GRP की संयुक्त कार्रवाई Bihar Politics: प्रफुल्ल मांझी चुने गए HAM विधायक दल के नेता, मांझी परिवार से बाहर के लीडर को मिली अहम जिम्मेवारी Bihar Politics: प्रफुल्ल मांझी चुने गए HAM विधायक दल के नेता, मांझी परिवार से बाहर के लीडर को मिली अहम जिम्मेवारी नीतीश कुमार ने बुला ली बड़ी बैठक, कल देंगे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा Bihar Politics: टिकट के लिए कुर्ता फाड़ने वाले इस शख्स की RJD को लग गई हाय, 25 सीटों पर सिमटने का दिया था श्राप; पुराना वीडियो वायरल

बिहार में अनुदान घोटाला : फर्जी मुर्दे दिखाकर थी अनुग्रह राशि हड़पने की तैयारी, खुलासे के बाद मचा हड़कंप

1st Bihar Published by: Updated Wed, 15 Sep 2021 12:01:36 PM IST

बिहार में अनुदान घोटाला : फर्जी मुर्दे दिखाकर थी अनुग्रह राशि हड़पने की तैयारी, खुलासे के बाद मचा हड़कंप

- फ़ोटो

MUZAFFARPUR : बिहार में कोरोना से मरने वालों के आश्रितों को सरकार द्वारा 4 लाख अनुग्रह राशि देने का प्रावधान है. लेकिन अब इसमें भी घोटाले होने शुरू हो गए हैं. मामला मुजफ्फरपुर का हा जहां जिंदा लोगों का डेथ सर्टिफिकेट बनवा कर उनके नाम पर अनुदान का आवंटन मंगवा लिया गया है. अब जब भुगतान से पहले इसका सत्यापन किया गया तो मामले का खुलासा हुआ. 


दरअसल, मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में अनुदान के नाम पर बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है. इस फर्जीवाड़े में कोरोना संक्रमण के बाद स्वास्थ्य हो चुके पीड़ितों का अस्पताल से बीएचटी प्राप्त कर लिया गया और उनका डेथ सर्टिफिकेट बनवा लिया गया. जिला स्तरीय कमेटी ने इसके आधार पर अनुदान की सिफारिश कर दी और उनके नाम से जिले को आवंटन भी मिल गया. 


राशि भुगतान से पहले आपदा प्रबंधन कार्यालय ने सीओ के माध्यम से जब इसका भौतिक सत्यापन कराया तो फाइलों में मर चुके ये लोग जिंदा पाए गए. बता दें कि जिले में कोरोना से 805 मृतकों के आश्रितों के लिए अनुदान के अनुशंसा की गई है जिसमें 563 के लिए राशि का आवंटन प्राप्त हो चुका है. 


इस मामले में आपदा प्रबंधन के अपर समाहर्ता डॉ. अजय कुमार ने कहा है कि मुख्यालय से राशि आने के बाद जिला स्तरीय समिति ने भुगतान के लिए जो सूची भेजी है उनके सत्यापन के दौरान 2 लोग जीवित पाए गए हैं. यह जांच का विषय है कि इनका डेथ सर्टिफिकेट कैसे बना. पता लगाया जा रहा है कि ऐसे और कितने मामले हैं. जांच में आए तथ्यों के आधार पर कार्रवाई होगी.