Bihar News: बिहार के शहरों में सस्ती बिजली, इस दिन से मिलेगा बड़ा फायदा; जानें पूरी डिटेल Bihar teacher transfer 2025 : 22,732 सरकारी शिक्षकों को मिलेगी नई पोस्टिंग, प्रक्रिया 16 दिसंबर से शुरू Bihar Crime News: बिहार में शिक्षक की गोली मारकर हत्या, पुलिस जांच में जुटी Bihar News: "हम मायके जाएम… तोरा घरे मार खाएं जाए?" भाई की शादी को लेकर पति-पत्नी का सड़क पर हाई वोल्टेज ड्रामा, भीड़ और पुलिस घंटों बेहाल Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में कड़ाके की ठंड का अलर्ट, बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत Bihar Politcis: क्या बिहार में भी चलेगा ‘योगी मॉडल’, BJP को गृह विभाग मिलते ही क्यों होने लगी बुलडोजर की चर्चा तेज? Bihar Politics: क्यों नीतीश ने छोड़ा अपना मजबूत किला? BJP को मिला गृह विभाग; जानिए क्या है वजह बिहार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की संभावना, डीएम ने पदाधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी की रद्द बिहार-झारखंड बॉर्डर के कई गांव में हाथियों का आतंक: 22 हाथियों के झुंड ने पहुंचाया फसलों को भारी नुकसान Bihar News: बिहार में पर्यटकों को अब यह विशेष सुविधा देगी सरकार, आजादी के साथ मिलेगा शानदार VVIP ट्रीटमेंट
1st Bihar Published by: Updated Wed, 15 Sep 2021 12:01:36 PM IST
- फ़ोटो
MUZAFFARPUR : बिहार में कोरोना से मरने वालों के आश्रितों को सरकार द्वारा 4 लाख अनुग्रह राशि देने का प्रावधान है. लेकिन अब इसमें भी घोटाले होने शुरू हो गए हैं. मामला मुजफ्फरपुर का हा जहां जिंदा लोगों का डेथ सर्टिफिकेट बनवा कर उनके नाम पर अनुदान का आवंटन मंगवा लिया गया है. अब जब भुगतान से पहले इसका सत्यापन किया गया तो मामले का खुलासा हुआ.
दरअसल, मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में अनुदान के नाम पर बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है. इस फर्जीवाड़े में कोरोना संक्रमण के बाद स्वास्थ्य हो चुके पीड़ितों का अस्पताल से बीएचटी प्राप्त कर लिया गया और उनका डेथ सर्टिफिकेट बनवा लिया गया. जिला स्तरीय कमेटी ने इसके आधार पर अनुदान की सिफारिश कर दी और उनके नाम से जिले को आवंटन भी मिल गया.
राशि भुगतान से पहले आपदा प्रबंधन कार्यालय ने सीओ के माध्यम से जब इसका भौतिक सत्यापन कराया तो फाइलों में मर चुके ये लोग जिंदा पाए गए. बता दें कि जिले में कोरोना से 805 मृतकों के आश्रितों के लिए अनुदान के अनुशंसा की गई है जिसमें 563 के लिए राशि का आवंटन प्राप्त हो चुका है.
इस मामले में आपदा प्रबंधन के अपर समाहर्ता डॉ. अजय कुमार ने कहा है कि मुख्यालय से राशि आने के बाद जिला स्तरीय समिति ने भुगतान के लिए जो सूची भेजी है उनके सत्यापन के दौरान 2 लोग जीवित पाए गए हैं. यह जांच का विषय है कि इनका डेथ सर्टिफिकेट कैसे बना. पता लगाया जा रहा है कि ऐसे और कितने मामले हैं. जांच में आए तथ्यों के आधार पर कार्रवाई होगी.