1st Bihar Published by: Updated Mon, 04 May 2020 06:05:26 PM IST
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PATNA : बिहार में कोविड-19 का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. लॉकडाउन-2 में कोरोना पर नकेल कसी जा सकी है, लेकिन इसके बावजूद भी बिहार में आंकड़ा 526 हो गया है. हालांकि बिहार के लोगों के लिए एक राहत भरी खबर ये है कि यहां लगभग एक चौथाई मरीज स्वस्थ हो गए हैं. बिहार में पिछले 24 घंटे में 10 मरीज स्वस्थ हुए हैं.
एक चौथाई कोरोना मरीज स्वस्थ
स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट जारी किया गया है. इसके मुताबिक 24 घंटे में 40 नए मरीज सामने आये हैं. अब तक 129 लोग ठीक हो गए हैं. बिहार में 24.57 प्रतिशत कोरोना मरीज ठीक हुए हैं. यानी कि लोगों के लिए राहत की खबर है कि लगभग एक चौथाई मरीज स्वस्थ हो गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि अब तक सबसे ज्यादा एनएमसीएच में 81 मरीज स्वस्थ हुए हैं. एम्स में 1, जेएलएनएमसीएच में 8, एएनएमसीएच में 2, सीवान डीएएमसीएच में 13, गोपालगंज सदर हॉस्पिटल में 2, छपरा सदर अस्पताल में 1, नवादा सदर हॉस्पिटल में 3, एएमएसएस बेगूसराय में 4 और नालंदा आइसोलेशन सेंटर में 11 मरीज स्वस्थ हो गए हैं.
अब तक 4 लोगों की मौत
बिहार में अब तक 4 लोगों की मौत हो गई है. यानी कि राज्य में अब तक 0.76 प्रतिशत कोरोना पीड़ित मरीजों की मौत हुई है. बिहार में शनिवार को भी एक व्यक्ति की मौत हुई थी. पटना एनएमसीएच में सीतामढ़ी के रहने वाले 45 साल के एक युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. अस्पताल प्रबंधन की ओर से जानकारी दी गई कि यह मरीज पहले से ही कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित था. बता दें कि इससे पहले मुंगेर, वैशाली और मोतिहारी के रहने वाले एक-एक मरीजों की मौत पहले ही हो चुकी है.
28345 लोगों की हुई जांच
राज्य सरकार की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक अब तक 28345 लोगों की जांच हुई है. जिसमें 526 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिन्हें आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है. डॉक्टर उनकी इलाज कर रहे हैं. सूबे के तीन कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल एनएमसीएच, एएनएमसीएच और जेएलएनएमसीएच में 64 मरीजों का इलाज चल रहा है. राज्य के विभिन्न जिलों में 305 क्वारंटाइन सेंटर बनाये गए हैं. जहां 1803 लोगों को क्वारंटाइन कर रखा गया है.
6 करोड़ 97 लाख लोगों का सर्वे
बिहार में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है. अब तक राज्य में लगभग एक करोड़ 27 लाख 60 हजार घरों का सर्वे किया गया है. जिसमें कुल 6 करोड़ 97 लाख लोगों का सर्वे किया जा चुका है. इनमें 3598 ऐसे व्यक्ति चिन्हित किये गए हैं, जिन्हें बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ है.

