बिहार : माननीयों के गृह प्रवेश पर लगा ग्रहण, 5 सालों में नहीं बन पाया MLA फ्लैट, सरकार ने रद्द किया करार

बिहार : माननीयों  के गृह प्रवेश पर लगा ग्रहण, 5 सालों में नहीं बन पाया MLA फ्लैट, सरकार ने रद्द किया करार

PATNA : बिहार के विधायकों की परेशानी अब पहले से अधिक बढ़ने वाली है। अब राज्य के विधायकों के गृह प्रवेश पर ग्रहण लगा गया है। अब पटना के वीरचंद पटेल पथ के समीप बन रहे विधायक आवास में देरी होने पर निर्माण एजेंसी का करार रद्द कर दिया गया है। अब नई एजेंसी के चयन के लिए भवन निर्माण विभाग ने पुन: निविदा निकाली है।


दरअसल, राज्य के सभी  243 विधायकों के लिए आधुनिक सुविधा से लैस आवास का निर्माण होना है। इनमें से अबतक 65 विधायकों के लिए आवास बन गए हैं। जबकि बाकी के 178 का बनना शेष है। इसको लेकर लगभग पांच वर्ष पूर्व ही एजेंसी से करार हुआ था। लेकिन, इसको लेकर जो टाइम तय किया गया था उसके भीतर मात्र 65 आवास ही एजेंसी बना सकी। इस कारण अब भवन निर्माण विभाग ने करार रद्द कर दिया है। 


अब निविदा की नई शर्त के मुताबिक नई एजेंसी का चयन किया जाएगा। चयनित एजेंसी को 18 माह के भीतर शेष सभी 178 आवास का निर्माण कार्य पूरा कर विभाग को सौंपना होगा। ऐसे में 2025 के मार्च-अप्रैल तक आवास तैयार होने की उम्मीद है। हालांकि, इससे पहले समय से आवास नहीं बना पाने पर भवन निर्माण विभाग की किरकिरी हो रही है।


आपको बताते चलें कि, पूर्व की एजेंसी द्वारा तैयार 65 भवनों की चाबी 65 विधायकों को सौंप दी गई है। अब शेष बचे 178 आवासों में इस बार के विधायक गृहप्रवेश कर पाएंगे या नहीं, इसपर संशय है। अब नई एजेंसी को निर्माण करने के लिए कम से कम 18 माह का समय मिलेगा। निर्धारित समय सीमा के भीतर यदि भवन तैयार होता भी है तो यह अप्रैल 2025 तक बनकर तैयार होगा। उसी वर्ष सितंबर में विधानसभा का चुनाव होना है।