Bihar Politics: तेजस्वी यादव मेरे छोटे भाई हैं- निशांत, 'मेरे पिता 100 फीसदी स्वस्थ हैं...आराम से 5 साल CM रह सकते हैं' Bihar Politics: तेजस्वी यादव मेरे छोटे भाई हैं- निशांत, 'मेरे पिता 100 फीसदी स्वस्थ हैं...आराम से 5 साल CM रह सकते हैं' Bihar Crime News: पति ने पत्नी को मौत के घाट उतारा, घरेलू कलह में वारदात को दिया अंजाम Bihar News: बिहार के इस जिले को मिली दो नई सड़कों की सौगात, सरकार ने दी 44 करोड़ की मंजूरी अजब प्रेम की गजब कहानी: सास-दामाद के बाद अब समधी और समधन की लव स्टोरी, घर छोड़ दोनों हुए फरार Innovative farming: 8 लाख की नौकरी छोड़ गांव लौटा युवक...अब खेती से कमा रहा है दोगुनी कमाई! जानिए कैसे? Bihar News: जमुई में नो एंट्री टाइम में बदलाव से जनता को बड़ी राहत, एसपी के निर्देश पर प्रभावी हुआ नया नियम Arvind Kejriwal Daughter Wedding: पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता शादी के बंधन में बंधीं, संभव जैन के साथ लिए सात फेरे Goal Institute: गोल इंस्टीट्यूट में विशेष सेमिनार का आयोजन, नीट 2025 के लिए छात्रों को मिला महत्वपूर्ण मार्गदर्शन Bihar Politics: सीएम फेस को लेकर महागठबंधन में मचे घमासान पर BJP की पैनी नजर, क्या बोले केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय?
29-Oct-2021 01:38 PM
By PRABHAT SHANKAR
MUZAFFARPUR : बिहार में शराबबंदी कानून है लेकिन जहरीली शराब से एक सप्ताह के अंदर 10 लोगों की मौत के मामले ने सरकार को आईना दिखा दिया है. पहले सीवान में 5 लोगों की मौत और अब मुजफ्फरपुर में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत का मामला सामने आया है. मामले पर प्रशासन ने चुप्पी साधी हुई है. अबतक पुलिस की तरफ से शराब की वजह से इन लोगों के मौत होने की पुष्टि नहीं की गई है. पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है. लेकिन मृतक के परिजनों का दावा है कि इन लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से ही हुई है.
मुजफ्फरपुर जिले के सरैया थाना क्षेत्र के रेपुरा गांव में अचानक पांच लोगों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है. मृतकों का नाम मुन्ना सिंह (32), अवनीश सिंह (35), रुपौली के रहने वाले अविनाश राय, बिसरपट्टी के विपुल शाही और मीनापुर थाना क्षेत्र के टेंगराहा निवासी धीरेश सिंह उर्फ गोलटून सिंह है. लोगों का कहना है कि अभी 6-7 लोग और कहीं अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं.
स्थानीय लोगों के मुताबिक, गुरुवार देर रात गांव के कई लोग एक पार्टी में शामिल हुए थे. इस दौरान जमकर शराब पार्टी हुई थी. मरने वाले सभी लोग भी इस पार्टी में शामिल हुए थे. देर रात जब ये लोग घर आए तो इन लोगों की हालत बिगड़ने लगी. यह देखकर पार्टी में शामिल सभी लोग काफी डर गए. लोगों ने सरैया और इसके आसपास प्राइवेट अस्पतालों में इन्हें भर्ती कर चोरी छिपे इलाज कराना शुरू कर दिया. लेकिन कुछ ही देर में दो की मौत हो गयी. शुक्रवार की दोपहर तक मृतकों की संख्या पांच हो गई.
इस पूरे मामले के बाद गुस्साए परिजनों का बिहार की शराबबंदी कानून के खिलाफ गुस्सा सामने आया है. मृतकों में शामिल मुन्ना सिंह के परिजन पप्पू सिंह का कहना है कि बिहार में बस नाम भर की ही शराबबंदी है. हर थाना क्षेत्र-हर गांव में धड़ल्ले से शराब की बिक्री हो रही है. इस सब में प्रशासन की मिली भगत है. वहीं, मृतक धीरेश सिंह के भाई का कहना है कि ये मौतें जहरीली शराब पीने की वजह से हुईं हैं.
आपको बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून होने के बावजूद एक सप्ताह के अंदर जहरीली शराब से हुई मौतों की यह दूसरी घटना है. इससे पहले सीवान जिले के गुठनी थाना इलाके में शराब पीने से 5 लोगों की मौत हुई थी. इस मामले में एक गुठनी थानेदार राजेश कुमार सिंह और एक चौकीदार सस्पेंड किये गए थे. अब मुजफ्फरपुर में फिर जहरीली शराब पीने से मौत का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है.
मुजफ्फरपुर में भी 6 महीने पहले जहरीली शराब पीने से कटरा और मनियारी में पांच लोगों की मौत हुई थी. मामले में कटरा थानेदार और सर्किल इंस्पेक्टर मिथिलेश झा को सस्पेंड कर दिया गया था.