बिहार: सिपाही ने खींची महिला की नंगी तस्वीरें, कपड़े बदलने के दौरान पहुंचा था छापेमारी करने, अब न्यूड फोटो दिखाकर कर रहा ब्लैकमेल

बिहार: सिपाही ने खींची महिला की नंगी तस्वीरें, कपड़े बदलने के दौरान पहुंचा था छापेमारी करने, अब न्यूड फोटो दिखाकर कर रहा ब्लैकमेल

MUZAFFARPUR : बिहार पुलिस के एक और सिपाही की ऐसी करतूत सामने आई है, जो काफी हैरान करने वाली है. पुलिसवाले की इस नीच हरकत के कारण डिपार्टमेंट का सिर शर्म से झुक गया है. दरअसल एक महिला ने सुशासन के एक सिपाही के ऊपर नंगी तस्वीरें खींचने का आरोप लगाया है. अब उसी न्यूड फोटो के आधार पर आरोपी सिपाही महिला को ब्लैकमेल कर रहा है और उसे अकेली में मिलने के लिए बुला रहा है.


मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का है. यहां अहियापुर थाने में तैनात सिपाही रविरंजन ने ऐसी हरकत की है, जिसको लेकर डिपार्टमेंट का सिर शर्म से झुक गया है. दरअसल सिपाही के ऊपर महिला की अश्लील तस्वीरें खींचने और वायरल करने की धमकी देने का आरोप लगा है. सिपाही रविरंजन बार-बार महिला को कॉल कर परेशान कर रहा है. सिपाही की कारस्तानी से तंग महिला ने कॉल रिकार्डिंग मीडियाकर्मियों को सौंपा है और उसने अहियापुर के थानेदार से भी शिकायत की है. 


पीड़िता ने मीडिया से मदद की गुहार लगाई है. वायरल ऑडियो में आरोपी सिपाही रविरंजन पीड़िता को ये कहते हुए सुनाई दे रहा है कि "अकेले मिलने आना तभी तुम्हारी फोटो डिलीट करूंगा. चालाकी मत करना, वरना हमसे बुरा कोई नहीं होगा." जब महिला ने पूछा कि वहां आने से क्या होगा. इस पर आरोपित ने कहा कि आओगी तब बताएंगे. तुम्हें कुछ देना होगा, फोटो डिलीट करने के लिए. महिला ने कहा कि क्या देना होगा पैसे? उसने कहा कि आने के बाद बताएंगे."



पीड़िता के अनुसार पुलिस ने बाइक चोरी के आरोप में उसके घर पर छापेमारी की थी. पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसी दौरान वह बच्चे को लेकर अस्पताल जाने के लिए कपड़े बदलने लगी. सिपाही कपड़े बदलते हुए उसकी तस्वीरें खींच लीं. उन्हीं तस्वीरों को वायरल करने की धमकी देने लगा. आरोपी सिपाही पीड़िता के वॉट्सऐप नंबर पर भी मैसेज करता था. उसने उसकी तस्वीर भी भेजी थी और कुछ अश्लील बातें लिखी थीं, लेकिन फिर इसे डिलीट कर लिया था.पीड़िता ने इसका स्क्रीन शॉट लिया, लेकिन तब तक वह चैट डिलीट कर चुका था.


पीड़ित महिला ने कहा कि सिपाही रविरंजन के बारे में अहियापुर थानेदार सुनील रजक से शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की. जब इस मामले में फर्स्ट बिहार की टीम ने अहियापुर थानेदार सुनील रजक से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि मामला प्रकाश में आया है. सीनियर अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी गई है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.