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29-Nov-2021 10:18 AM
By PRABHAT SHANKAR
MUZAFFARPUR : बिहार में बीते दिनों जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत का मामला सामने आया है. सरकार ने कार्रवाई के नाम पर केवल थानेदारों और चौकीदारों को निलंबित किया. इनके अलावा न ही किसी बड़े अधिकारी और न ही किसी जनप्रतिनिधि पर कार्रवाई की गई. इस मामले पर बिहार सरकार के मंत्री के विधानसभा क्षेत्र के चौकीदारों ने ही अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि बिहार में शराबबंदी सफल नहीं हो पा रही है. जहरीली शराब पीने से लगातार लोगों की मौत हो रही है. लेकिन सरकार अपनी फेल व्यवस्था का जिम्मेदार केवल थानेदारों और चौकीदारों को ठहरा रही है. विफल शराबबंदी का ठीकरा चौकीदारों और थानेदारों पर फोड़ना गलत है.
दरअसल, मुजफ्फरपुर जिला के औराई थाने के चौकीदारों ने सरकार के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद की है. यह नीतीश सरकार में भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री राम सूरत राय का क्षेत्र है. यहां के औराई थाने के कई चौकीदारों ने बैठक कर कहा कि सरकार एकतरफा कार्रवाई कर रही है. सरकार की शराबबंदी सफल नहीं हो रही है, इसका ठीकरा केवल चौकीदारों और थानेदारों पर फोड़ा जा रहा है.
चौकीदारों का कहना था कि अगर लोगों की जान बचाना है और शराबबंदी को सफल बनाना है तो ऐसे इलाके के चौकीदार और थानेदार के साथ ही पंचायत के वार्ड सदस्य, मुखिया और विधायकों को भी दोषी मानकर कार्रवाई होनी चाहिए. तब जाकर शराबबंदी सफल होगी.
चौकीदारों ने कहा कि उनके थाना क्षेत्र में कहीं भी शराब की सूचना मिलती है तो थानेदार के नेतृत्व में वे सभी जाकर छापेमारी करते हैं. इस सब के बावजूद भी सरकार का कड़ा रुख केवल चौकीदारों की तरफ ही है. चौकीदारों का कहना है कि अगर कार्रवाई हो रही है तो सब पर होनी चाहिए.