BJP Bihar cabinet : BJP नेताओं को मंत्री पद की शपथ लेने के लिए कॉल जाना हुआ शुरू , श्रेयसी और रामकृपाल बन रहे मंत्री Nitish Kumar Oath Ceremony: दो लाख कुर्सियां, नए विधायकों के लिए अलग पंडाल, नृत्य, संगीत और गायन... नीतीश कुमार का शपथ समारोह, गांधी मैदान में तैयारियां पूरी Bihar News: बिहार में यहाँ करोड़ों की लागत से फोरलेन सड़क का निर्माण, स्थानीय लोगों को डबल फायदा Bihar NDA government : “छोटा रहेगा, घबराना नहीं है; शपथ ग्रहण पर नीतीश का संकेत, कैबिनेट विस्तार खरमास के बाद” Bihar Weather: बिहार में कोहरे ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें, बढ़ते ठंड के साथ मौसम विभाग ने लोगों को किया सावधान Nitish Kumar Oath Ceremony: नीतीश कुमार के साथ ये 13 मंत्री लेंगे शपथ, जान लें कौन- कौन हैं शामिल? Nitish Kumar Oath Ceremony: गांधी मैदान में नीतीश कुमार की ताजपोशी, जानें आम लोगों के लिए एंट्री गेट और रूट Bihar Politcis: आज PM मोदी की मौजूदगी में नीतीश कुमार 10वीं बार लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ, गांधी मैदान में बनेगा ऐतिहासिक पल समस्तीपुर में सरपंच के बेटे को मारी गोली, गंभीर हालत में डीएमसीएच रेफर नीतीश कुमार के शपथग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे अमित शाह और जेपी नड्डा, बीजेपी नेताओं ने किया जोरदार स्वागत
1st Bihar Published by: PRABHAT SHANKAR Updated Mon, 29 Nov 2021 10:18:27 AM IST
- फ़ोटो
MUZAFFARPUR : बिहार में बीते दिनों जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत का मामला सामने आया है. सरकार ने कार्रवाई के नाम पर केवल थानेदारों और चौकीदारों को निलंबित किया. इनके अलावा न ही किसी बड़े अधिकारी और न ही किसी जनप्रतिनिधि पर कार्रवाई की गई. इस मामले पर बिहार सरकार के मंत्री के विधानसभा क्षेत्र के चौकीदारों ने ही अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि बिहार में शराबबंदी सफल नहीं हो पा रही है. जहरीली शराब पीने से लगातार लोगों की मौत हो रही है. लेकिन सरकार अपनी फेल व्यवस्था का जिम्मेदार केवल थानेदारों और चौकीदारों को ठहरा रही है. विफल शराबबंदी का ठीकरा चौकीदारों और थानेदारों पर फोड़ना गलत है.
दरअसल, मुजफ्फरपुर जिला के औराई थाने के चौकीदारों ने सरकार के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद की है. यह नीतीश सरकार में भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री राम सूरत राय का क्षेत्र है. यहां के औराई थाने के कई चौकीदारों ने बैठक कर कहा कि सरकार एकतरफा कार्रवाई कर रही है. सरकार की शराबबंदी सफल नहीं हो रही है, इसका ठीकरा केवल चौकीदारों और थानेदारों पर फोड़ा जा रहा है.
चौकीदारों का कहना था कि अगर लोगों की जान बचाना है और शराबबंदी को सफल बनाना है तो ऐसे इलाके के चौकीदार और थानेदार के साथ ही पंचायत के वार्ड सदस्य, मुखिया और विधायकों को भी दोषी मानकर कार्रवाई होनी चाहिए. तब जाकर शराबबंदी सफल होगी.
चौकीदारों ने कहा कि उनके थाना क्षेत्र में कहीं भी शराब की सूचना मिलती है तो थानेदार के नेतृत्व में वे सभी जाकर छापेमारी करते हैं. इस सब के बावजूद भी सरकार का कड़ा रुख केवल चौकीदारों की तरफ ही है. चौकीदारों का कहना है कि अगर कार्रवाई हो रही है तो सब पर होनी चाहिए.