बिहार : विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई, DTO के लॉकर से 20 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने बरामद, कुंडली खंगालने में जुटे अधिकारी

बिहार : विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई, DTO के लॉकर से 20 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने बरामद, कुंडली खंगालने में जुटे अधिकारी

MUZAFFARPUR : इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बिहार में विजिलेंस टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. आय से अधिक संपत्ति मामले में निलंबित जिला परिवहन पदाधिकारी रजनीश लाल का लॉकर खंगाला गया है. रजनीश लाल के बैंक लॉकर से लगभग 20 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने बरामद किये गए हैं. पटना के अशोक नगर में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के ब्रांच के लॉकर से यह बरामदगी हुई है.


शुरूआती जानकारी के मुताबिक निगरानी विभाग की टीम रजनीश लाल और उनकी पत्नी को साथ में लेकर लॉकर की तलाशी लेने गई थी. जिसमें लगभग 20 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने बरामद किये गए. बताया जा रहा है कि यह लॉकर डीटीओ रजनीश के मां-बाप के नाम पर है लेकिन नॉमिनी रजनीश और उसकी पत्नी का नाम दिया गया है. खोजबीन में कुछ इम्पोर्टेन्ट डाक्यूमेंट्स भी विजिलेंस के हाथ लगे हैं.



गौरतलब हो कि निगरानी ब्यूरो की टीम ने रजनीश लाल के पटना और मुजफ्फरपुर आवास पर 24 जून को छापेमारी की थी. पटना स्थित उनके आवास पर निगरानी को 51 लाख से अधिक नकद, 60 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण के साथ जमीन और बैंक सहित एलआइसी में निवेश के दस्तावेज मिले थे. इसके आधार पर यह पता लगा था कि कंकड़बाग में रजनीश लाल के तीन फ्लैट हैं.



वहीं, मुजफ्फरपुर के दाउदपुर कोठी स्थित आवास पर 37 हजार रुपये बरामद किए गए थे. इस छापेमारी से पहले निगरानी ब्यूरो ने 22 जून को रजनीश लाल पर 1,24,52,147 रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया था. निगरानी के अनुसार नौ मार्च, 1999 को सेवा में आने के बाद से अब तक रजनीश लाल ने आय से अधिक 1.24 करोड़ की अवैध संपत्ति अर्जित की है. मुजफ्फरपुर में वे पिछले साल 2020 में मार्च से पदस्थापित थे. इसी साल मार्च में उन्हें सारण के डीटीओ का भी प्रभार मिला था. निगरानी ने उन पर आय से अधिक संपत्ति मामले में केस दर्ज किया था.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आय से अधिक संपत्ति मामले में निलंबित जिला परिवहन पदाधिकारी रजनीश लाल के पास से करोड़ों रुपए की चल-अचल संपत्ति के डिटेल्स टीम के हाथ लग चुके हैं. अब इनके कुछ और इंवेस्टमेंट्स के बारे में भी निगरानी के अधिकारियों को पता चला है. इनकी पड़ताल चल रही है. जांच पूरी होते ही स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी.