बिहार के लिए आज फिर दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन होगी रवाना, जाने कहां से खुलेंगी ये दोनों ट्रेनें

बिहार के लिए आज फिर दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन होगी रवाना, जाने कहां से खुलेंगी ये दोनों ट्रेनें

PATNA : अब बिहार के बाहर फंसे लोगों के घर वापसी के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। जयपुर से श्रमिक स्पेशल ट्रेन थोड़ी ही देर में पटना के दानापुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचने वाली है। वहीं बिहार के लिए दो और श्रमिक स्पेशल ट्रेन आज शाम खुलने जा रही है।


बिहार के लिए आज दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना होने जा रही है। केरल के एर्नाकुलम और तिरूर से ये दोनों ट्रेनें खुलेंगी। बताया जा रहा है कि केरल के एर्नाकुलम से दानापुर के लिए शाम 6 बजे श्रमिक स्पेशल ट्रेन खुलेगी वहीं तिरूर से 5:30 बजे श्रमिक स्पेशल ट्रेन खुलेगी। ये दोनों ही ट्रेनें दानापुर स्टेशन पहुंचेंगी। 


लॉकडाउन में पहली बार पैसेंजर्स को लेकर कोई ट्रेन थोड़ी देर बाद बिहार पहुंचने वाली है। जयपुर से बिहारियों को लेकर चली यह ट्रेन पटना के दानापुर स्टेशन पहुंचेगी जिसको लेकर वहां प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। 24 डिब्बों वाली इस ट्रेन में तकरीबन 1100 यात्री सवार हैं।इधर पटना जिला प्रशासन के इन्हें क्वारेंटाइन करने की पूरी व्यवस्था कर ली है।


पटना जिला प्रशासन ने दूसरे राज्‍यों से आने वाले मजदूरों के लिए जिला में 99 क्‍वारंटाइन सेंटर तैयार किये है। सभी मजदूरों को यहां 21 दिन तक क्‍वारेंटीन किया जाएगा। पटना सदर की बात करें तो 7 क्वारंटाइन सेंटर बनाये गए है। जिनमें गर्दनीबाग बालिका उच्च विद्यालय, गर्दनीबाग बालक उच्च विद्यालय, कमल नेहरू उच्च विद्यालय, कॉमर्स कॉलेज पटना, बांकीपुर गर्ल्स स्कूल पटना और राजेन्द्र नगर बालक उच्च विद्यालय में बनाये गए क्वारंटाइन सेंटर शामिल हैं।


बाहर से जितने भी मजदूर पटना पहुंचेगे, पहले उनकी मेडिकल स्‍क्रीनिंग की जाएगी। इसके लिए दानापुर जंक्शन के ठीक बगल में स्थित रेलवे हाई स्कूल में स्‍क्रीनिंग सेंटर बनाया गया है। वहीं, जिला प्रशासन ने फैसला लिया है कि कोटा सहित अन्य राज्यों से आने वाले छात्रों को क्वारंटाइन सेंटर में नहीं रखा जाएगा, बल्कि उन्हें होम क्वारंटाइन किया जाएगा. सभी छात्र 21 दिन तक घरों में क्वारंटाइन रहेंगे।


बता दें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन 3 के शुरू होने से पहले गृह मंत्रालय ने दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों, स्टुडेंट, श्रद्धालुओं के साथ ही साथ कुछ लोगों को विशेष ट्रेन चलाकर गृह राज्य पहुंचाने का निर्देश दिया है। रेलवे के तरफ से चलाई जा रही इस स्पेशल ट्रेनों को 'श्रमिक स्‍पेशल' का नाम दिया गया है। रेल मंत्रालय ने इन लोगों की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ समन्वय के लिए नोडल अधिकारी बनाए हैं।