Dharmendra Passed Dway: शोले के ही-मैन धर्मेंद्र ने 89 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा, अमिताभ बच्चन और आमिर खान पहुंचे श्मशान घाट Muzaffarpur crime news : बिहार के इस जिले में युवक की संदिग्ध मौत: परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, जांच में जुटी पुलिस Last Working Day CJI Gavai: नहीं... नहीं, मत फेंकिए…! सुप्रीम कोर्ट में अपने आखिरी कार्य दिवस पर क्या बोले CJI बीआर गवई, सम्मान से गूंज उठा कोर्ट रूम Bihar Crime News: बिहार में बेखौफ बदमाशों ने अधेड़ को मारी गोली, बवाल के बाद छापेमारी में जुटी पुलिस patna crime news : पटना में लड़की की मिली लाश, मचा हड़कंप; जांच में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार के गरीब परिवारों के लिए सरकार का एक और बड़ा कदम, अब बिना पैसे खर्च किए मिलेगी यह शानदार सुविधा Success Story: कौन हैं भारत के नए CJI जस्टिस सूर्यकांत? जानिए पूरी कहानी, करियर, चुनौतियां और अहम फैसले Bihar Land Mafia : कुर्सी संभालते ही डिप्टी CM विजय सिन्हा की हुंकार, भूमाफिया को संरक्षण देने वाले 'सफेदपोश' हो जाएं सावधान...हर तरफ रहेगी निगाह Bihar News: बिहार में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामले, हाई-रिस्क इलाकों में फॉगिंग और निगरानी तेज Chief Justice of India: जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें CJI, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ
1st Bihar Published by: Updated Sat, 08 May 2021 08:55:42 PM IST
- फ़ोटो
KAHAGARIA : बिहार के खगड़िया में एक पत्नी ने पति को दिये गये वचन को निभाने के लिए पति के शव को खुद मुखाग्नि दी. पति से मृत्यु से पहले ये वचन लिया था कि पत्नी खुद उसका दाह संस्कार करे. पति को दिये गये वचन को पूरा करने के लिए पत्नी न खुद श्मशान घाट गयी बल्कि पति के शव को अपने हाथों मुखाग्नि भी दिया.
खगड़िया के परबत्ता का वाकया
ये मामला खगड़िया जिले के परबत्ता इलाके के खनुआ राका गांव की है. गांव के निवासी कृष्णानंद मिश्र के शव को जब गंगा नदी किनारे अगुवानी घाट पर पत्नी ने मुखाग्नि दिया तो घाट पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गयी. पत्नी फूट फूट कर रो रही थी लेकिन अपने पति को दिये वचन को निभाया. अपन पति को दिये गये वचन को पूरा करने के लिए पत्नी ने सामाजिक रूढ़ियों को तोड़ दिया, जिसमें आज भी महिलाओं का श्मशान घाट पर जाना वर्जित है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक खनुआ राका गांव के रहने वाले कृष्णानंद मिश्र की तबीयत काफी दिनों से खराब थी. लंबे समय से उनका इलाज पटना में कराया जा रहा था. लेकिन तबीयत ठीक नहीं हुई तो डॉक्टरों ने उन्हें घर ले जाने को कहा. कृष्णानंद मिश्र को लग गया था कि उनकी जिंदगी ज्यादा दिनों की नहीं है. लिहाजा उन्होंने अपनी पत्नी के सामने आखिरी इच्छा रखी. कृष्णानंद मिश्र ने पत्नी से वचन लिया कि उनकी मौत के बाद वही उनका अंतिम संस्कार करे.
दरअसल कृष्णानंद मिश्र निसंतान थे. हालांकि नाते रिश्तेदार में लोग थे लेकिन उनकी इच्छा अपनी जीवनसंगिनी के हाथों ही मुखाग्नि की थी. शुक्रवार को कृष्णानंद मिश्र की मौत हो गयी. कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार में 20 से ज्यादा लोगों को शामिल होना मना है. लिहाजा गांव के 18 लोग श्मशान घाट गये. साथ में कृष्णानंद मिश्र की पत्नी मीना देवी थीं. वहां उन्होंने अपने पति का अंतिम संस्कार संपन्न कराया.