KATIHAR : कटिहार में विद्यालय संगठन के काले करतूत का बड़ा खुलासा हुआ है। विद्यालय के प्रयोगशाला से लगातार केमिकल की चोरी कटिहार में बड़े आतंकी संगठन की संलिप्ता की ओर इशारा कर रहा है। जिस तरह दरभंगा बम विस्फोट मामले में केमिकल से विस्फोटक कराये जाने की बात सामने आई है उससे यह सवाल उठने लगा है कि कटिहार के साथ-साथ पूरा सीमांचल क्षेत्र कितना सुरक्षित है। पिछले दिनों इन्ही सीमांचल क्षेत्रों से कई आतंकी की गिरफ्तारी पहले भी हो चुकी है और अब विद्यालय से कैमिकल की चोरी हो रही है।
उमा देवी मिश्रा बालिका इंटरमीडिएट स्कूल से केमिकल की चोरी मामले में विद्यालय पर भी कई संगीन आरोप लग रहे है। आखिर दो बार केमिकल की चोरी होने के बाद विद्यालय प्रशासन ने इस मामले को लेकर FIR थाने मे क्यों नहीं दर्ज कराई। विद्यालय के प्रयोग शाला के साइंस टीचर ने कहा कि विद्यालय के प्रयोगशाला से वर्ष 2014 और 2020 में चोरो ने फिजिक्स और कैमेस्ट्री के प्रयोगशाला से भारी मात्रा में केमिकल्स की चोरी कर ली गई थी और एफआईआर दर्ज नही किया गया। आखिर कौन दोषी है पता नहीं चला और कार्रवाई नहीं की गई जबकि कैमिकल कौन कौन से थे इसकी लिस्ट विद्यालय ने दिया ही नहीं।
वहीं रसायन विभाग के एक्सपर्ट डॉक्टर बीके ओझा की माने तो कैमिकल्स की चोरी ज्यादा खतरनाक है। हमारे यहां से कैमिकल्स की चोरी हो रही है। कहीं भी किसी भी इंस्ट्यूशन से तो उसको रोकना चाहिए और अगर यह गलत लोगों के हाथ लगता है तो निश्चित ही परिणाम गलत होगा। अगर कोई टैक्नली रूप से एक्सपर्ट है तो कुछ केमिकल को लो इंटेसिटी विस्फोटक के रूप में उपयोग कर सकते हैं। यह चिंतनीय मामला है, इसे रोकना चाहिए, विद्यालय के प्रयोगशाला मे प्रयुक्त कैमिकल्स से विस्फोटक बना सकते हैं।
मीडिया की पड़ताल पर हरकत में आई कटिहार प्रशासन ने विभाग ने इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनायी गयी है। उन्होंने बताया कि जैसा कि संज्ञान में आया है 2014-15 और एक बार 2020 वर्ष में केमिकल की चोरी हुई थी। एक दो दिनों में विस्तृत जांच रिपोर्ट में ही पता चल पाएगा जो भी सामान कैमिकल हो या लैबोरेटरी का सामान चोरी हुआ है। तीन सदस्यीय टीम में डीपीओ एकाउंट, ऑफिसर और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जांच कर रहे है।
विद्यालय से केमिकल चोरी मामले में बजरंग दल के नेता पवन कुमार ने कहा सनसनीखेज खुलासा हुआ कि विद्यालय से चोरी हुई कैमिकल से विस्फोटक बनाए जा रहे है सीमाँचल क्षेत्र के लिए गंभीर विषय है विद्यालय की भूमिका संदिग्ध देखी जा रही है।