DARBHANGA : बिहार में इन दिनों बाढ़ से तबाही मची हुई है. बाढ़ के कारण अब तक दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है. लाखों की आबादी इससे प्रभावित है. इसी बीच दरभंगा जिले के माधोपट्टी से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो काफी हैरान करने वाला है. दरअसल कुछ असामजिक तत्वों ने बाढ़ राहत की राशि लेने के लिए जानबूझकर बांध को काट दिया ताकि बाढ़ का पानी उनके गांव में आने से उन्हें भी सरकार 6 हजार रुपये देगी.
घटना दरभंगा जिले के माधोपट्टी का है. यहां बागमती नदी का जमींदारी बांध टूटने से गांव में पानी भर गया.अब इस मामले में जल संसाधन विभाग ने नया खुलासा किया है. विभाग ने कहा है कि ये जमींदारी बांध टूटा नहीं था कुछ असामाजिक तत्वों ने बाढ़ राहत की 6 हज़ार की राशि लेने के लिए इस बांध को काट दिया. इसकी वजह से कई गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया.विभाग ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ कमतौल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और इस पर कार्रवाई की जाएगी. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि विभाग के अभियंताओं ने दावा किया है कि वह बांध पानी के दबाव से नहीं टूटा था बल्कि उसे कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर तोड़ दिया.
मंत्री ने आगे कहा कि इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ विभाग ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि इस मामले में कितनी सच्चाई है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब हो कि शुक्रवार की रात केवटी प्रखंड के माधोपट्टी में बागमती नदी का जमींदारी बांध टूट गया था. इसकी वजह से माधोपट्टी पंचायत के कई गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया. इसकी वजह से लोगों की फसलों और संपत्ति का नुकसान हुआ था. जल संसाधन विभाग के अभियंताओं ने आनन-फानन में इस बांध की मरम्मत कराई थी. उसी के बाद विभाग ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.