बिहार : दहेज में एक लाख कम दिए तो नहीं आई बारात, दूल्हे का इंतजार करती रह गई दुल्हन

बिहार : दहेज में एक लाख कम दिए तो नहीं आई बारात, दूल्हे का इंतजार करती रह गई दुल्हन

KATIHAR : देश में लंबे समय से दहेज विरोध कानून लागू होने के बावजूद इसका सख्ती से पालन नहीं हो पा रहा है। आधुनिकता के इस दौर में भी एक पिता को अपनी बेटी की शादी करने के लिए लड़के वालों को दहेज के तौर पर मोटी रकम देनी पड़ती है और जो दहेज नहीं दे पाते है उनकी बेटियों की बारात तक  घर की दहलीज से वापस लौट जाती है। ऐसा ही एक मामला कटिहार में सामने आया है, जहां दहेज में महज एक लाख रुपए कम देने से नाराज लड़के वाले बारात लेकर नहीं पहुंचे। दुल्हन हाथ में मेंहदी रचाई दूल्हे का इंतजार करती रह गई।


दरअसल, कोढ़ा थाना क्षेत्र के तीनपनिया वार्ड संख्या 8 निवासी मो. बशीर ने अपनी बेटी नुनिहा खातून की शादी हरीशपुर पंचायत निवासी मो. शहाबुद्दीन के साथ तय की थी। लड़की वालों को दहेज के तौर पर लड़के वालों को कीमती सामान और कैश मिलाकर पांच लाख रुपए देने थे। पाई-पाई जोड़कर लड़की के पिता ने दूल्हे के घरवालों को चार लाख रुपया दे दिया था। दहेज में एक लाख रुपए कम होने के कारण उसे शादी के बाद देने की बात हुई थी।


लड़की के घर में निर्धारित दिन पर बारात के स्वागत की सभी तैयारियां की गई थीं। सभी लोग बारात के आने का इंतजार कर रहे थे लेकिन देर रात तक लड़के वाले बारात लेकर नहीं पहुंचे। जब लड़की के घर वालों ने लड़के वालों को फोन किया तो पता चला कि दहेज में एक लाख रुपए कम देने की वजह से लड़के वाले बारात लेकर नहीं पहुंचे हैं। लड़के वालों ने दहेज में एक लाख रुपए कम देने पर शादी से इनकार कर दिया। काफी मान मन्नौवल के बाद जब लड़के वाले तैयार नहीं हुए तो पीड़ित पक्ष के लोग ताने पहुंचे और पुलिस ने न्याय की गुहार लगाई। केस दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है।