KHAGARIYA : विधानसभा चुनाव में युवा वोटरों को रिझाने के लिए तमाम राजनीतिक दलों ने अपने-अपने तौर पर तैयारियां की है. तेजस्वी यादव से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक लगातार युवा कार्ड खेलने की तैयारी में है. बिहार कांग्रेस में भी कई युवा चेहरे इस बार विधानसभा का टिकट चाहते हैं, लेकिन क्या कांग्रेस के अंदर युवा दावेदारों को मौका मिल पाएगा या महागठबंधन की बेदी पर इनकी बलि चढ़ जाएगी? यह देखना दिलचस्प होगा.
खगड़िया विधानसभा सीट से ऐसे ही युवा दावेदारों में इंजीनियर विशाल का नाम शामिल है. खगड़िया विधानसभा से उनके पिता स्वर्गीय सत्यदेव सिंह विधायक रह चुके हैं और अब विशाल लगातार कांग्रेस में संगठन का काम संभालते रहे हैं. खगड़िया में कांग्रेस के कार्यकर्ता भी विशाल के साथ खड़े हैं. लेकिन क्या सीट शेयरिंग में खगड़िया सीट कांग्रेस के पाले में आ पाएगी ? यह बड़ा सवाल बना हुआ है.
विशाल का कहना है कि वो अपने स्वर्गीय पिता के अधूरे काम और अधूरे सपने को पूरा करना चाहते हैं. वे लंबे समय से कांग्रेस कार्यकर्ता के रुप में जुड़े हैं और पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. विशाल का कहना है कि जिस तरह उनके पिता 1985 में कांग्रेस पार्टी के टिकट से विधान सभा चुनाव में जीत हासिल कर खगड़िया शहर का बेहतर ढंग से निर्माण कर अपनी भागीदारी निभाई उसी तरह वे भी खगड़िया विधान सभा क्षेत्र का विकास करना चाहते हैं.